एमजीएम में 1 मई से लागू नहीं हो पाएगी बायोमेट्रिक व्यवस्था
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के निर्देशों के बावजूद एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 1 मई से फेस बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति नहीं बन सकेगी। कॉलेज ने मशीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन अब तक मशीन नहीं...

नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के निर्देशों के बावजूद एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 1 मई से फेस बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति नहीं बन सकेगी। फिलहाल, पुरानी व्यवस्था के अनुसार ही फिंगर बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति बनाई जा सकेगी। हाल ही में, एनएमसी ने देशभर के मेडिकल कॉलेजों के लिए पत्र जारी कर निर्देशित किया था कि 1 मई से डॉक्टरों की उपस्थिति का तरीका बदल दिया जाएगा। अब केवल फेस बायोमेट्रिक मशीन से ही उपस्थिति बन सकेगी। इसके लिए सभी कॉलेजों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में मशीन लगाई जाएगी, और यह व्यवस्था मोबाइल फोन पर भी उपलब्ध होगी, जो कॉलेज से 100 मीटर के दायरे में काम करेगी।
कॉलेज को पत्र प्राप्त होने के बाद एमजीएम ने मशीन की खरीदारी की प्रक्रिया शुरू कर दी थी, लेकिन यह प्रक्रिया अबतक फाइलों में ही सीमित रही और मशीन खरीदी नहीं जा सकी है। इस व्यवस्था को लागू होने में सिर्फ दो दिन शेष हैं। इस संबंध में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डी. हांसदा ने बताया कि मशीन की खरीद नहीं हो पाई है। जल्द ही इसे खरीदा जाएगा। इसके बाद सभी डॉक्टरों के चेहरों को स्कैन कर अपलोड किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल 1 मई से यह व्यवस्था लागू नहीं हो सकेगी। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि मई महीने में ही इसे लागू किया जाए। इधर, शिक्षक भी असमंजस में हैं कि अगर 1 मई से नई व्यवस्था से उपस्थिति नहीं बन सकेगी, तो इससे उन्हें कोई परेशानी न हो।
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