मस्ती की पाठशाला के 47 छात्रों ने हासिल की सफलता
जैक 10वीं की परीक्षा में मस्ती की पाठशाला के 47 छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। इनमें से 55 प्रतिशत छात्राएं हैं और सभी पहले पीढ़ी के शिक्षार्थी हैं। 22 छात्रों ने प्रथम श्रेणी, 20 ने द्वितीय और 5 ने...
जैक 10वीं की परीक्षा में मस्ती की पाठशाला के 47 छात्रों ने सफलता हासिल की है। इन छात्रों में से 55 प्रतिशत छात्राएं हैं और सभी पहले पीढ़ी के शिक्षार्थी हैं, यानी अपने परिवार में पहली बार औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने वाले। 22 छात्रों ने प्रथम श्रेणी, 20 ने द्वितीय और 5 ने तृतीय श्रेणी प्राप्त की, जिससे 100 प्रतिशत उत्तीर्ण दर दर्ज हुई।मस्ती की पाठशाला, टाटा स्टील फाउंडेशन की पहल, 2014 से बाल श्रम में फंसे बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ रही है। यह बच्चों को दो विकल्प देती है आवासीय ब्रिज कोर्स, जहां वे छात्रावास में रहते हैं और गैर-आवासीय कोर्स जिसमें वे दिन में पढ़ाई करते हैं।
कार्यक्रम में शिक्षकों ने सड़कों और झुग्गियों तक जाकर बच्चों को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया। शिक्षिका साबित्री मुर्मू ने बताया कि बच्चों में पहले शरारतें और कठिनाइयां थीं, लेकिन लगातार काउंसिलिंग से उनमें बदलाव आया। छात्र पार्थ ने बताया कि घरेलू समस्याओं के बीच शिक्षा ने उसे नया हौसला दिया। आवासीय ब्रिज कोर्स में छात्रों को ‘छात्र संसद के माध्यम से नेतृत्व और जिम्मेदारी सिखाई जाती है।
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