नई शिक्षा नियमावली का शिक्षक संघ ने किया विरोध
मेदिनीनगर में झारखंड माधमिक शिक्षक संघ ने नई शिक्षा नियमावली का विरोध किया है। संघ ने सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है। टीजीटी शिक्षकों के लिए 15 वर्ष का अनुभव और...

मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की नई शिक्षा नियमावली का झारखंड माधमिक शिक्षक संघ ने विरोध किया है। साथ ही सरकार से नई शिक्षा नियमावली को वापस लेने की मांग की है। ऐसा नहीं करने पर आंदोलन करने और न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी की गई है। माध्यमिक शिक्षक संघ के पलामू इकाई के जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने रविवार को प्रेस को बताया कि झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने झारखंड सरकारी माध्यमिक आचार्य व प्राचार्य एवं शिक्षकेतर कर्मी नियुक्ति एवं सेवाशर्त नियमावली 2025 के नियमावली में उल्लेखित सेवाशर्त में टीजीटी शिक्षकों को अनदेखा किया गया है।
नियमावली के अनुसार टीजीटी शिक्षकों को प्राचार्य बनने के लिए 15 वर्ष का अनुभव मांगा गया है। पीजीटी के लिए केवल आठ वर्ष अनुभव मांगा गया है। आयु सीमा में भी भेदभाव किया गया है। टीजीटी और पीजीटी पद को समाप्त कर दिया गया है। शिक्षकों की ग्रेड पे भी कम कर दिया गया है।
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