बटाने नदी को पुनर्जीवन देने के लिए जिला प्रशासन की टीम ने किया निरीक्षण
पलामू जिले में बटाने नदी के पुनर्जीवन अभियान के तहत शनिवार को तकनीकी टीम ने नदी तट और डैम का निरीक्षण किया। विभिन्न विभागों के समन्वय से नदी के संरक्षण के लिए योजनाएँ बनानी होंगी। नीति आयोग की रिपोर्ट...

मेदिनीनगर/हरिहरगंज, हिटी। पलामू जिले के प्रमुख नदियों में एक बटाने नदी के पुनर्जीवन अभियान के क्रम में शनिवार को टीम ने स्थल का भ्रमण किया। बटाने नदी के पुनर्जीवन के लिए विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार करने के उद्देश्य से गठित तकनीकी टीम ने बटाने नदी तट एवं बटाने डैम का संयुक्त रूप से भ्रमण किया। इस दौरान नदी क्षेत्र की स्थिति का मूल्यांकन करते हुए आवश्यक संरचनाओं की पहचान की गई ताकि प्रभावी पुनर्जीवन कार्य सुनिश्चित किया जा सके। पलामू के डीडीसी शब्बीर अहमद, डीएफओ सत्यम कुमार, मेदिनीनगर की एसडीएम सुलोचना मीणा सहित कई अन्य पदाधिकारीयों ने छतरपुर बटाने नदी डैम होते हुए हरिहरगंज के सरसोत में बटाने डैम, खड़गपुर में बटाने नदी, घाघरा में बटाने नदी एवं तुरी में बटाने नदी का निरीक्षण किया।
भ्रमण के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि नदी के संरक्षण एवं पुनर्जीवन के लिए विभिन्न विभागों को बहु-आयामी योजनाएं बनानी होगी। भूमि संरक्षण विभाग, लघु सिंचाई विभाग एवं वाटरशेड डेवलपमेंट अंतर्गत वाटरशेड डेवलपमेंट की योजना बनाने की जरूरत होगी। नदी में डैम जैसी संरचनाओं का डीपीआर लघु सिंचाई विभाग तैयार करेगा। भूमि उपचार की विस्तृत योजना मनरेगा के माध्यम से कार्यान्वित की जाएगी। यह संयुक्त प्रयास बटाने नदी के दीर्घकालिक संरक्षण,जल-प्रबंधन तथा स्थानीय आजीविका संवर्धन की दिशा में एक बड़ा कदम मानते हुए प्रतिबद्धता के साथ कार्य शुरू किया गया है। कुछ दिनों में इस स्थल भ्रमण के आधार पर विभागीय समन्वय से एक ठोस एवं व्यावहारिक डीपीआर तैयार कर राज्य व केंद्र सरकार को अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। भ्रमण करने वाली टीम में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी, संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचल पदाधिकारी, डीएमएफटी के परियोजना पदाधिकारी, लघु सिंचाई तथा मनरेगा के अभियंता आदि शामिल थे। नीति आयोग के सर्वे रिपोर्ट के अनुसार बटाने नदी का जलस्तर गिरा है, जिसे बढ़ाने को लेकर पहल की जा रही है। डीडीसी शब्बीर अहमद ने बताया कि छतरपुर अनुमंडल के छतरपुर, नौडिहा एवं हरिहरगंज में झारखंड राज्य की सीमा तक बटाने नदी का जीर्णोद्धार को लेकर सर्वे किया जा रहा है। जीर्णोद्धार का काम जल्द शुरू होगा। तीन करोड़ रुपए राशि भी उपलब्ध है। जीर्णोद्धार को लेकर 18 जून को उपायुक्त के नेतृत्व में बैठक होगी। उन्होंने कहा कि सर्वे में वाटर लेवल घटा है जिसको लेकर नदी का जीर्णोद्धार करने की पहल की जा रही है। डीएफओ ने कहा कि नदी के जीर्णोद्धार के लिए कार्ययोजना तैयार किया जा रहा है, ताकि स्थानीय लोगों को इसका फायदा मिल सके। हरिहरगंज के सीओ मनिष सिंहा ने बताया कि हरिहरगंज क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक क्रशर प्लांट संचालित है। मौके पर हरिहरगंज ब्लाक कोऑर्डिनेटर प्रणव कुमार, एमओ ब्रजेश कुमार, सहायक अभियंता शिवशंकर चौधरी आदि भी मौजूद थे।
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