जीवंत संस्कृति और अनुकरणीय विकास का प्रतीक है सिक्किम : राज्यपाल
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सिक्किम राज्य स्थापना दिवस पर सिक्किमवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि सिक्किम प्राकृतिक सौंदर्य और जैविक कृषि में अग्रणी है। उन्होंने इसे 'खुशियों की धरती'...

रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शुक्रवार को राजभवन में हुए सिक्किम राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में यहां रह रहे सिक्किमवासियों को संबोधित किया। कहा कि हिमालय की गोद में बसे सिक्किम अपने प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण के लिए देश में प्रसिद्ध है। “खुशियों की धरती” के रूप में विख्यात यह राज्य केवल एक भौगोलिक क्षेत्र नहीं, बल्कि अपने नागरिकों के अदम्य साहस, जीवंत संस्कृति और अनुकरणीय विकास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सिक्किम जैविक कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में देशभर में एक अनुकरणीय उदाहरण बनकर उभरा है। यह भारत का पहला ऐसा राज्य है, जिसने पूरी तरह से जैविक खेती को अपनाया।
इको-टूरिज्म, स्वच्छ ऊर्जा और सतत विकास की अवधारणाओं को व्यवहार में लाकर सिक्किम ने यह सिद्ध किया है कि आधुनिकता और प्रकृति के बीच संतुलन संभव है। राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन को बढ़ावा देकर सिक्किम ने न केवल अपनी आर्थिकी को सशक्त किया है, बल्कि संपूर्ण भारत के लिए हरित पर्यटन का एक आदर्श प्रस्तुत किया है। मौके पर राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ. नितिन कुलकर्णी बोले, सिक्किम अपनी स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मना रहा है। यह राज्य आकार में भले छोटा है, लेकिन हैप्पीनेस में अग्रणी है।
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