Professor Vishal Shah Sets Example with 103 Blood Donations Advocates Awareness 103 बार रक्तदान कर चुके प्रोफेसर शाह सबके के लिए प्रेरणादायी, Ranchi Hindi News - Hindustan
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103 बार रक्तदान कर चुके प्रोफेसर शाह सबके के लिए प्रेरणादायी

रांची के प्रोफेसर विशाल शाह ने 103 बार रक्तदान कर समाज में भ्रांतियों को तोड़ा है। उन्होंने 2004 से रक्तदान शुरू किया और 2012 से नियमित रूप से प्लेटलेट्स डोनेट कर रहे हैं। उनका मानना है कि रक्तदान...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीFri, 13 June 2025 10:07 PM
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103 बार रक्तदान कर चुके प्रोफेसर शाह सबके के लिए प्रेरणादायी

रांची, संवाददाता। रक्तदान को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को तोड़ते हुए बीआईटी मेसरा में कार्यरत प्रोफेसर विशाल शाह ने हर किसी के सामने एक मिसाल कायम की है। अब तक 103 बार रक्तदान कर चुके प्रोफेसर शाह 2004 से इस नेक कार्य को करते आ रहे हैं। हालांकि नियमित रूप से उन्होंने 2012 से रक्तदान करना शुरू किया। 47 वर्षीय प्रोफेसर शाह आज भी सक्रिय रूप से रक्तदान कर रहे हैं और भविष्य में भी इसे जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विशाल शाह बताते हैं की वे अधिकतर प्लेटलेट्स डोनेट करते हैं, जिसे हर 15 दिन में किया जा सकता है।

इसी कारण वे वर्ष में औसतन 20 बार रक्तदान कर लेते हैं। रक्तदान को लेकर वे कहते हैं, हम जो ब्लड देते हैं वह अतिरिक्त होता है। हमारी बॉडी में करीब 7-8 लीटर खून होता है, जबकि रक्तदान में मात्र 250-300 मिलीलीटर दिया जाता है। इससे शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता, उल्टा इम्युनिटी बेहतर होती है। छात्र जीवन से की शुरुआत रक्तदान की उनकी यात्रा महाराष्ट्र के औरंगाबाद से शुरू हुई, जब वे मास्टर्स की पढ़ाई कर रहे थे। विशाल ने बताया की उन्हें हॉस्टल में अचानक एक कॉल आया कि एक मरीज को रक्त की जरूरत है। छात्र जीवन में ही उन्होंने जिम्मेदारी समझते हुए रक्तदान किया। इस अनुभव ने उन्हें मानसिक रूप से समृद्ध किया और एक सकारात्मक ऊर्जा दी। रक्तदान इंसान की बड़ी जिम्मेदारी उन्होंने बताया कि परिवार से शुरू में थोड़ी चिंता रही, पर बाद में सभी ने उनका समर्थन किया। विशाल शाह ने बताया कि उनकी पत्नी भी तीन बार रक्तदान कर चुकी हैं। हालांकि स्वास्थ्य कारणों से नियमित नहीं कर पातीं। वे मानते हैं कि रक्तदान एक व्यक्तिगत जिम्मेदारी है और हर स्वस्थ व्यक्ति को इसमें भाग लेना चाहिए। सेहत के लिए रक्तदान लाभकारी विशाल शाह का उनका मानना है कि रक्तदान से कमजोरी नहीं आती, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। नियमित रक्तदान करने वालों को ब्लड चेकअप का लाभ भी मिलता है, जिससे कई बीमारियों की पहचान पहले ही हो सकती है। हर वर्ष 14 जून को होता है आयोजन रक्तदान के महत्व और आवश्यकता के बारे में हर किसी को जागरूक करने के लिए हर वर्ष 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस का आयोजन किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से घोषणा के बाद से यह दिवस मनाया जाता है।

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