एनएमआरआई की तकनीक से पुनर्जीवित हो सकती है रांची की बेकन फैक्ट्री : शिल्पी
कृषि मंत्री दो दिनों से हैदराबाद के दौरे पर, आईसीएआर के कार्य और तकनीक की चर्चा, बदलते समय के साथ इस अनुसंधान केंद्र ने नई तकनीक को अपनाने और आगे बढ़न

रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की के प्रयास से वर्षों से बंद रांची के कांके स्थित बेकन फैक्ट्री के पुनर्जीवित होने की आस जगती दिख रही है। मंत्री ने कहा कि आईसीएआर-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद की तकनीक का उपयोग राज्य में बंद बेकन फैक्ट्री को पुनर्जीवित करने में किया जा सकता है। इस केंद्र की उपयोगिता झारखंड के लिए एक नॉलेज पार्टनर के रूप में हो सकती है। बता दें कि कृषि मंत्री रविवार से हैदराबाद में हैं। सोमवार को उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ हैदराबाद के चेंगीचेर्ला स्थित राष्ट्रीय मांस अनुसंधान केंद्र का दौरा किया। इस दौरान केंद्र के अधिकारियों के साथ लंबी चर्चा भी हुई।
मंत्री ने बताया कि देशभर में राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान के कार्य और तकनीक की चर्चा होती है। बदलते समय के साथ इस अनुसंधान केंद्र ने नई तकनीक को अपनाने और आगे बढ़ने में कामयाबी हासिल की है। तेलंगाना सरकार व केंद्र के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मंत्री ने कहा कि यहां आकर बहुत कुछ समझने का मौका मिला है। झारखंड के पशुपालकों को समृद्ध करने में कौन-सी योजना मददगार साबित होगी, इस पर भी लंबी चर्चा हुई है। भविष्य में राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद के साथ बेहतर समन्वय बना कर इस दिशा में कदम बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। कृषि मंत्री 30 अप्रैल तक हैदराबाद में विभागीय अधिकारियों के साथ नई संभावनाओं को तलाशने का काम करेंगी। बता दें कि राष्ट्रीय मांस अनुसंधान केंद्र मांस अनुसंधान का एक प्रमुख संस्थान है, जो मांस और संबद्ध क्षेत्रों के विकास की समस्याओं को हल करने और चुनौतियों का सामना करने के लिए है। इसका उद्देश्य मांस उत्पादन, प्रसंस्करण और उपयोग प्रौद्योगिकियों के माध्यम से मांस पशु उत्पादकों, प्रसंस्करणकर्ताओं और उपभोक्ताओं के हितों की सेवा के लिए एक आधुनिक संगठित मांस क्षेत्र विकसित करना है।
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