कोविड-19: लापरवाही से बढ़ सकता है खतराल रिपोर्टिंग करें।
साहिबगंज में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए केन्द्र और राज्य सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है। हालांकि, लोग लापरवाही बरत रहे हैं और अस्पतालों में भी सावधानी नहीं बरती जा रही है। स्वास्थ्य...

साहिबगंज। केन्द्र व राज्य सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी कर दिया है। इसके बावजूद यहां गाइडलाइन के मुताबिक काम शुरू नहीं हो सका है। दरअसल, राज्य में हाल के दिनों में कोविड के कई केस मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमा चिंतित है। हालांकि राहत की खबर है कि इस बीमारी के मरीज जल्दी स्वस्थ्य हो रहे हैं। वैसे स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि कोविड-19 से निपटने के लिए जिला में आवश्यक तैयारी है। पिछले दिनों कुछ स्वास्थ्य केन्द्रों पर मॉक ड्रिल कर तैयारी का जायजा लिया जा चुका है। सरकार ने गाइडलाइन में जांच, बचाव, रोकथाम व इलाज के लिए समुचित नियंत्रण, सघन निगरानी व केस प्रबंधन की सलाह दी गई है।
कोविड-19 के बढ़ते मामले देखते हुए इंफ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों की कोविड जांच कराने व सर्विलेंस बढ़ाने पर जो दिया जा रहा है। लेकिन यहां केमिकल के अभाव में संदेहास्पद मरीजों का आरटीपीसीआर जांच फिलहाल नहीं हो पा रहा है। लापरवाही बरतने में पीछे नहीं लोग कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए जहां सरकार ने एहतियात बरतने की सलाह दी है। वहीं शहर में लोग लापरवाही बरतने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हालांकि विभाग का कहना है कि स्टे्रन इतना गंभीर नहीं है लेकिन कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी चिंता का विषय जरूर है। ऐसे में हर किसी को सावधानी बरतनी होगी। अस्पताल व स्वास्थ्य केन्द्रों जैसे संवेदनशील स्थानों पर भी लोग सतर्कता नहीं बरत रहे है। अस्पताल में सर्दी खांसी वाले नहीं लगा रहे मॉस्क अस्पताल में सर्दी खांसी लेकर आने वाले मरीज भी मॉस्क का उपयोग नहीं कर रहे है। इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण पर सरकार ने सर्तकता बरतने की सलाह दी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और लक्षण दिखते ही तुरंत जांच कराने की सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है कि लापरवाही से स्थिति बिगड़ सकती है । भले अभी मामला कम हो। हर दिन जिला को देनी है रिपोर्ट कोविड-19 के नए केस मिलने पर हर दिन राज्य को रिपोर्ट देने की बात कही है। पॉजिटिव केस पाए जाने वाले सभी सैंपल की रिम्स रांची में जीनोम स्वीक्वेंसिंग कराने को कहा गया है। क्या-क्या निर्देश -मॉनिटरिंग और रिपोर्टिंग करें सुनिश्चि इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस (आइएलआइ) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (एसएआरआइ) के मरीजों के मामले में कोराना जांच जरूरी। अस्पताल रिपोर्टिंग करें। -सर्विलांस और टेस्टिंग बढ़ाई जांच एसीएस हेल्थ ने अपने पत्र मे सभी जिलों के डीसी व सीएस को कोरोना टेस्टिंग गाइडलाइंस के अनुसार सर्विंलांस और टेस्टिंग कराने को कहा है। आइएलआइ के मामलों में पांच फीसदी व एसएआरआइ के मामलों में 100 फीसदी कोरोना जांच अनिवार्य। -एक्यूट रेस्पिरेटरी के लक्षण वाले मरीजों के स्वास्थ्य पर नजर रखने का निर्देश -कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों के सैंपल डब्ल्यूजीएस के लिए रिम्स ड्टोजने का निर्देश। इससे यदि कोई नया वैरियंट है तो उसकी पहचान हो सके। -अस्पताल में मास्क पहनने की अनिवार्यता, प्रचार प्रसार, अस्पताल में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के सभी तैयारी -दवा, टेस्टिंग किट, वीटीएम किट की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया। -सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पीएसए प्लांटस एलएमओ प्लांट, वेंटिलेटर ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर को जांच लेने का निर्देश कोविड को लेकर जिला में ऐहतियात बरतने को लेकर गाइड लाइन जारी कर दिया गया है। हरेक व्यक्ति को गाइड लाइन का पालन करना चाहिए। डॉ. प्रवीण कुमार संथालिया सिविल सर्जन सहिबगंज
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।