बाल श्रम को लेकर जिले में गंभीर है श्रम विभाग
सिमडेगा में बाल श्रम को लेकर श्रम विभाग पूरी तरह से गंभीर है। पिछले पांच सालों में केवल 15 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 15 बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया। श्रम अधीक्षक ने बताया कि जिले में कहीं भी...

सिमडेगा, जिला प्रतिनिधि। जिले में बाल श्रम को लेकर श्रम विभाग पूरी तरह से गंभीर नजर आता है। श्रम विभाग की गंभीरता का ही परिणाम है कि जिले में कही कहीं ही कभी कभी ही बाल श्रम का मामला प्रकाश में आता है। जिले में बाल श्रम का मामला अधिकतर बाईक गैरेज और होटलो से ही मिलता है। कभी कभी गांवो में निर्माण कार्य वगैरह में भी बाल श्रम की शिकायत मिलती है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच सालो में बाल श्रम से संबंधित 15 मामले दर्ज कराए गए है। दर्ज मामले के बाद 15 बाल मजदूरों को रेस्क्यु करते हुए उन्हें मुक्त कराया गया।
क्या कहते है श्रम अधीक्षक जिले में बाल श्रम का कोई गंभीर मामला नजर नहीं आता है। कभी कभी होटल वगैरह में कुछ बाल श्रमिक मिल जाते है जिन्हें नियमानुसार रेस्क्यु करते हुए संरक्षण् दिया जाता है। जिले में कहीं भी बाल श्रमिकों से कोई खतरे वाले काम करने की शिकायत नहीं हुई है। उन्होंने जिलेवासियों से बाल श्रमिक के संबंध में कुछ भी जानकारी मिलने पर श्रम अधीक्षक को सूचना देने की अपील की है।
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