आपने खाई है उत्तर प्रदेश वाली उड़द की दाल की कचौड़ी? घर पर बनाकर पाएं वाहवाही
अगर आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं तो उड़द की दाल की कचौड़ी जरूर खाई होगी। बारिश के मौसम में चाय के साथ या रायता, टमाटर आलू की सब्जी और खट्टी-मीठी चटनी के साथ इसका स्वाद लाजवाब लगता है।

भारत में त्योहारों पर पूड़ी-कचौड़ी बड़े स्वाद से खाई जाती हैं। सिर्फ फेस्टिवल ही नहीं मौसम मनमाफिक होने पर भी कई बार कचौड़ियां खाने का मन करता है। आलू की पूड़़ी के अलावा उत्तर प्रदेश में उड़द की दाल की कचौड़ी भी काफी पसंद की जाती है। इसे आप टमाटर आलू की सब्जी या नाश्ते में चाय के साथ भी खा सकते हैं। अगर आपने अब तक नहीं बनाई तो जरूर बनाकर देखें।
सामग्री
उड़द की दाल
हींग
जीरा
घी
काला, सफेद नमक
हरा धनिया
हल्दी
धनिया पाउडर
मिर्च पाउडर
अमचूर पाउडर
सौंफ का पाउडर
तलने के लिए तेल या रिफाइंड
दाल बनाने की विधि
उड़द की दाल को अच्छी तरह पीसकर रातभर या 4-5 घंटे के लिए भिगो लें। अब इस दाल को दरदरा पीस लें। इसमें पानी न डालें। दाल चिपके तो एक-दो चम्मच पानी डाल सकते हैं। दाल को कुछ देर के लिए रख दें। अब एक पैन में घी लें। इसमें हींग और जीरा डालकर चटकाएं। अब आंच मीडियम करके कटी हरी मिर्च और अदरक डालें। दोनों चीजों को भून लें। अब इसमें हल्दी, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, सौंफ का पाउडर और अमचूर पाउडर डालें। अब इसमें पिसी हुई दाल डाल दें। गैस धीमी रखें और दाल को भूनें। अब दाल के हिसाब से सफेद और काला नमक डाल लें। दाल को तब तक भूनें जब तक इसका पानी न खत्म हो जाए। भुन जाए तो इस पेस्ट को ठंडा होने रख दें। इसमें कटा हरा धनिया डाल लें।
कचौड़ी बनाने की विधि
कचौड़ी का आटा पहसे से गूंधकर रखें। इसे खस्ता बनाने के लिए अजवायन और घी का मोयन डालकर गूंधे। हल्का नमक भी डाल लें। इसे कुछ देर रखा रहने दें। जब कचौड़ी का मसाला तैयार हो जाए तो आटे की लोई बनाकर इसे बेल लें। इसमें अंदर उड़द की दाल भरें। आटे की लोई को बंद करके इसे बेल लें। कढ़ाई में मनचाहे तेल, रिफाइंड या घी से तल लें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।