जिस गाइड को किया रिजेक्ट वही बन गया बड़ा गवाह; कैसे सुलझी राजा रघुवंशी की मर्डर मिस्ट्री
राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुझला ली है। उसकी हत्या करने वाली कोई और नहीं बल्कि खुद पत्नी सोनम रघुवंशी है। उसने खुद अपने ही पति की हत्या की साजिश रची थी और फिर अपने ही लवर राज कुशवाहा के दोस्तों के हाथों से उसे मरवा दिया।

Indore Couple News: राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुझला ली है। उसकी हत्या करने वाली कोई और नहीं बल्कि खुद पत्नी सोनम रघुवंशी है। उसने खुद अपने ही पति की हत्या की साजिश रची थी और फिर अपने ही लवर राज कुशवाहा के दोस्तों के हाथों से उसे मरवा दिया। सोनम फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है लेकिन इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में मेघालय पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
पुलिस की जांच में बड़ा टर्निंग पॉइंट
23 मई को खासी हिल्स के सोहरा सोनम और राजालापता हो गए थे। 2 जून को राजा की लाश एक खाई से मिली लेकिन सोनम अब भी लापता थी। पुलिस लगातार सोनम की तलाश में जुटी हुई थी और हर छोटे से छोटे सबूत पर गौर कर रही थी। इस बीच इस पूरी छानबीन में बड़ा टर्निंग पॉइंट उस वक्त आया जब पुलिस को मेघालय के नोंग्रियाट गांव में स्थानीय गाइड अल्बर्ट पीडी मिला। ये वही गाइड था जिसने सोनम और राजा को सर्विस ऑफर की थी लेकिन तब तक उन्होंने किसी और गाइड से बात कर ली थी, इसलिए उसे मना कर दिया। इसके अगले ही दिन गाइड ने उन्हें दोबारा वहां देखा था, लेकिन इस बार उस कपल के साथ तीन अन्य लोग भी मौजूद थे।
गाडन ने पुलिस को जो बताया वही बन गया बड़ा क्लू
अलर्बट पीडी ने पुलिस को बाद में बताया था कि मैंने कपल को तीन लड़कों के साथ ऊपर जाते देखा था। लड़के आगे चल रहे थे जबकि महिला पीछे थी। गाइड ने ये भी बताया कि वह तीनों लोग भी उनसे हिंदी में बात कर रहे थे। यही बात पुलिस के लिए बड़ा क्लू बन गई। पुलिस को शक हो गया कि राजा और सोनम के साथ देखे गए तीन लोग बाहर के थे क्योंकि स्थानीय लोग या तो वहां की स्थानीय भाषा बोलते हैं या फिर इंग्लिश। इसके बाद पुलिस को एक-दो सबूत और मिले जिससे शक और गहरा हो गया कि राजा की हत्या करने वाले मेघालय से बाहर के हैं। दरअसल पुलिस को हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू मिला था। जांच में शामिल वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, इस तरह के हथियार का इस्तेमाल इस क्षेत्र में आम तौर पर नहीं किया जाता है, जिससे हमें इस क्षेत्र से बाहर के किसी व्यक्ति की संलिप्तता का शक हुआ। फिर हमने दंपति के कॉल रिकॉर्ड की जांच करने का फैसला किया।
उन्होंने बताया कि जब सोनम के कॉल डिटेल की जांच की गई तो पाया गया कि हत्या से कुछ दिन पहले सोनम एक हत्यारे के संपर्क में थी, और लापता होने से पहले उसका अंतिम ज्ञात स्थान उसके पास ही था। इसके बाद पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई और ताबड़तोड़ छापेमारी की। एक-एक करके जब आरोपी पकड़े गए तो सोनम ने भी सरेंडर करने का फैसला कर लिया। सोनम को सोमवार को गाजीपुर के काशी नाम के ढाबे से उठाया गया। उसने अपने परिवार को फोन कर खुद अपनी लोकेशन की जानकारी दी थी।