सोनम रघुवंशी का लवर राज कुशवाह क्यों नहीं गया था शिलॉन्ग, इंदौर में रुकने की क्या थी वजह?
सोनम ने अपने पति की हत्या कराने के लिए हमलावरों को हायर किया था, जो शिलॉन्ग उसके साथ गए थे। वहीं सोनम का लवर इंदौर में ही रुका रहा और राजा की लाश मिलने के बाद सोनम के परिजनों के आंसू पोछता रहा।

इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या मेघालय के शिलॉन्ग में हुई। इस मर्डर में पत्नी सोनम और उसके लवर राज कुशवाह द्वारा साजिश रचने का खुलासा हुआ है। अब तक की जानकारी के मुताबिक सोनम ने अपने पति की हत्या कराने के लिए हमलावरों को हायर किया था, जो शिलॉन्ग उसके साथ गए थे। वहीं सोनम का लवर इंदौर में ही रुका रहा और राजा की लाश मिलने के बाद सोनम के परिजनों के आंसू पोछता रहा।
पुलिस के मुताबिक सोनम और राज ने बड़े शातिराना ढंग से इस पूरे हत्याकांड की साजिश को रचा था। सूत्रों के अनुसार, सोनम ने राज कुशवाह को हत्यारों का इंतजाम करने और उन्हें शिलॉन्ग पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। वह खुद इंदौर में रहा, ताकि किसी को कोई भनक ना लगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर राज भी सोनम के साथ या चोरी छिपे जाता तो सोनम के परिवार वाले रुकावट बन सकते थे और साजिश का पर्दाफाश हो सकता था। इसलिए उसने अपने दोस्तों को शिलॉन्ग भेजा, जिनके नाम आकाश राजपूत, विशाल चौहान और आनंद कुर्मी हैं।
कुशवाह इंदौर में ही रुका रहा और यहां तक कि जब मेघालय में अधिकारी हनीमून मना रहे जोड़े की तलाश कर रहे थे, तब उसे सोनम के परिवार के घर पर भी देखा गया था। राजा के अंतिम संस्कार वाले दिन राज, सोनम के पिता देवी सिंह को सहारा देता हुआ देखा गया था। लोगों को बिल्कुल भी भनक नहीं हुई कि जो लड़का उनके दुख में शामिल होकर उनके आंसू पोछ रहा है, वो भी इस हत्याकांड का हिस्सा हो सकता है।
राज सोनम के पिता की प्लाईवुड की फैक्ट्री में बिलिंग और अकाउंट्स का काम करता था। फैक्ट्री के दफ्तर में सोनम भी कई बार आकर बैठती थी, इसी दौरान पहले दोनों की दोस्ती हुई और फिर ये दोस्ती प्यार में बदल गई। राज सोनम से पांच साल छोटा है। दोनों के बीच बात इतनी बढ़ गई थी कि दोनों ने मिलकर राजा रघुवंशी को मौत के घाट उतार दिया।