महाराष्ट्र में फिर से लौट सकती हैं कोरोना पाबंदियां; कोरोना केस में बड़ी उछाल पर बोली सरकार
महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,081 नए मामले सामने आए जो गत 24 फरवरी के बाद एक दिन में सामने आए सर्वाधिक मामले थे। वहीं, राजधानी मुंबई में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 8% से ऊपर पहुंची।

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों में बड़ी उछाल के बाद संक्रमण रोकने संबंधित पाबंदियां की वापसी हो सकती है। राज्य में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता व्यक्त करते हुए डिप्टी सीएम अजित पवार ने गुरुवार को कहा कि अगर मामलों में वृद्धि जारी रहती है तो लोगों के लिए मास्क का उपयोग अनिवार्य करना होगा।
महाराष्ट्र में बुधवार को कोविड-19 के 1,081 नए मामले सामने आए थे जो 24 फरवरी के बाद किसी एक दिन सामने आए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं। इससे पहले मंगलवार को राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 711 नए मामले दर्ज किए गए थे।
पवार ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी रख रही है कि स्थिति नियंत्रण से बाहर न जाएं। उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'अगर कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़ती रही तो मास्क का उपयोग अनिवार्य करना होगा।'
राज्य को मिले 14,145 करोड़ रुपए
एक सवाल के जवाब में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र को मार्च 2022 तक केंद्र सरकार से 29,647 करोड़ रुपए का वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) बकाया मिलना था। दो दिन पहले राज्य को 14,145 करोड़ रुपए मिले, लेकिन अभी तक 15,502 करोड़ रुपए नहीं मिले हैं। पवार महाराष्ट्र के वित्त मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा, 'हमें अब भी केंद्र से जीएसटी बकाए का 2019-20 का 1,029 करोड़ रुपए, 2020-21 का 6,470 करोड़ रुपए प्राप्त करने हैं जबकि 2021-22 का बकाया 8,003 करोड़ रुपए है।