4 ISI एजेंटों से की थी बात, ज्योति के पास मिला 12 TB डेटा; सबूतों का पहाड़ खंगाल रही पुलिस
पुलिस ने ज्योति के उपकरणों से 12 टीबी डेटा बरामद किया, जिसमें पाक ISI से जुड़े चार एजेंटों के साथ उनकी बातचीत के सबूत मिले। ज्योति पर ऑपरेशन सिंदूर की संवेदनशील जानकारी लीक करने और जासूसी के आरोप हैं।

हरियाणा की 33 वर्षीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ जासूसी के आरोपों में जांच तेज हो गई है। हिसार पुलिस ने ज्योति के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से 12 टेराबाइट (TB) डेटा बरामद किया है, जिसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) से जुड़े चार एजेंटों के साथ उनकी बातचीत के सबूत शामिल हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ज्योति मल्होत्रा को पूरी जानकारी थी कि वह जिन पाकिस्तानी अधिकारियों से संपर्क में थीं, वे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करते हैं। इसके बावजूद, वह उनसे लगातार संपर्क में रहीं और उन्हें किसी प्रकार का डर नहीं था।
चार पाकिस्तानी एजेंटों से सीधा संपर्क
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस जांच में सामने आया है कि ज्योति की चार पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से एक-एक करके बातचीत हुई थी। इनमें एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश, अली हसन, शाकिर और राणा शहबाज जैसे नाम शामिल हैं। दानिश से उसकी मुलाकात दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन में हुई थी। अब जांच एजेंसियां इन एजेंटों की पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों में भूमिका और रैंक की पुष्टि कर रही हैं।
12 टेराबाइट डेटा की रिकवरी
पुलिस ने ज्योति के तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। इन उपकरणों से बरामद 12 टेराबाइट डेटा में व्हाट्सएप, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स पर की गई बातचीत शामिल है। जांच में पता चला है कि ज्योति ने इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करके कोडवर्ड्स में संदेश भेजे, ताकि उनकी गतिविधियां भारतीय अधिकारियों से छिपी रहें।
ज्योति मल्होत्रा के फोन और लैपटॉप जब्त करने के बाद, पुलिस को कई डिलीट किए गए संदेशों और फाइलों को रिकवर करने में सफलता मिली है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने 12 टेराबाइट से अधिक डेटा बरामद किया है, जिसे खंगाला जा रहा है। इसी डेटा के विश्लेषण से यह स्पष्ट हुआ कि ज्योति को पता था कि वह आईएसआई अधिकारियों से बात कर रही है, लेकिन उसने इस बातचीत को जारी रखा।
गंभीर धाराओं के तहत केस
ज्योति के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की उस धारा के तहत केस दर्ज किया गया है, जो भारत की एकता, संप्रभुता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कृत्यों पर सजा का प्रावधान करती है। पुलिस का कहना है कि बरामद डेटा के आधार पर ज्योति पर और भी धाराएं लग सकती हैं।
आलीशान यात्रा और खर्च पर शक
ज्योति मल्होत्रा के भव्य विदेशी दौरों और उनकी आय से कहीं अधिक खर्च ने भी पुलिस का ध्यान खींचा था। हाल के महीनों में उन्होंने पाकिस्तान और चीन की यात्रा की थी और पाकिस्तान के कई हाई-प्रोफाइल आयोजनों में शामिल हुई थीं। अब हरियाणा पुलिस उनकी फंडिंग और पैसों के स्रोत की जांच के लिए केंद्रीय एजेंसियों की मदद लेने की योजना बना रही है।
पाकिस्तान में ए.के.-47 लिए गार्ड्स के साथ दिखीं
इस मामले में एक और अहम पहलू तब सामने आया जब स्कॉटलैंड के यूट्यूबर कैलम मिल ने पाकिस्तान यात्रा के दौरान लाहौर के अनारकली बाजार में ज्योति से मुलाकात का वीडियो पोस्ट किया। वीडियो में ज्योति छह हथियारबंद लोगों के साथ दिखाई देती हैं, जिनके जैकेट पर "No Fear" लिखा था। ये सभी सादे कपड़ों में थे और उन्हें ज्योति की सुरक्षा में तैनात बताया जा रहा है।
वीडियो में ज्योति, कैलम से पूछती हैं कि क्या यह उनकी पहली पाकिस्तान यात्रा है, और फिर खुद को "इंडिया" से बताती हैं। ज्योति कहती हैं कि पाकिस्तान की मेहमाननवाजी "बहुत अच्छी" है। जब वे आगे बढ़ती हैं, तो कैलम कहते हैं, "ये वही हैं जिनके साथ सारे गनमैन हैं, मुझे नहीं पता इन्हें इतनी सुरक्षा की क्या जरूरत है?"
अब सबसे बड़ा सवाल – किसने दी सुरक्षा?
हरियाणा पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि पाकिस्तान में ज्योति मल्होत्रा को किसने वीआईपी सुरक्षा उपलब्ध करवाई। चूंकि सुरक्षा गार्ड वर्दी में नहीं थे, इसलिए आशंका है कि वे सुरक्षा एजेंसियों के सादे कपड़ों में जवान हो सकते हैं। ज्योति मल्होत्रा को 15 मई को गिरफ्तार किया गया था। ज्योति के यूट्यूब चैनल पर 4 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं और वह खुद को ट्रैवल व्लॉगर बताती हैं।