अहमदाबाद विमान हादसे पर क्या बोली ब्रिटिश सरकार, ब्रिटेन के 53 लोग थे सवार
ब्रिटिश सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा कि हमें अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की जानकारी है। ब्रिटेन भारत में स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर तत्काल तथ्यों को जानने और इसमें शामिल लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है।

गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एयर इंडिया का विमान हादसे का शिकार हो गया। टेकऑफ करते ही विमान एक रिहायशी इलाके में गिर गया। हादसा होते ही तुरंत विमान में आग लग गई, जिसकी चपेट में आसपास की इमारतें भी आ गईं। अहमदाबाद से लंदन जा रहे इस विमान में ब्रिटेन के भी 53 लोग सवार थे। कुल यात्रियों की संख्या 230 और पायलट-क्रू मेंबर्स को मिलाकर 242 लोग विमान से लंदन जा रहे थे।
ब्रिटिश सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा, ''हमें अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की जानकारी है। ब्रिटेन भारत में स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर तत्काल तथ्यों को जानने और इसमें शामिल लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है। जिन ब्रिटिश नागरिकों को वाणिज्य दूतावास संबंधी सहायता की आवश्यकता है या जिन्हें अपने मित्रों या परिवार के बारे में चिंता है, उन्हें 020 7008 5000 पर कॉल करना चाहिए।''
इस हादसे में कई लोगों के हताहत होने की आशंका है, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। एअर इंडिया ने 'एक्स' पर एक पोस्ट कर कहा, '' अहमदाबाद-लंदन गैटविक की उड़ान संख्या एआई171 आज, 12 जून 2025 को दुर्घटनाग्रस्त हो गई। फिलहाल हम विवरण का पता लगा रहे हैं और जल्द ही आगे की जानकारी अपनी वेबसाइट के साथ-साथ एक्स हैंडल पर साझा करेंगे। '' पुलिस ने बताया कि विमान अहमदाबाद के मेघाणीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर करीब दो बजे उड़ान भरने के बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान हादसे पर एअर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि विमान दुर्घटना स्थल पर आपातकालीन प्रतिक्रिया दलों की सहायता के लिए एयरलाइंस हर संभव प्रयास कर रही है और इस हादसे में प्रभावित लोगों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा, ''बहुत दुख के साथ, मैं पुष्टि करता हूं कि अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने वाली एअर इंडिया की उड़ान, एआई 171 आज दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हमारी गहरी संवेदनाएं इस घटना में प्रभावित सभी लोगों के परिवारों और प्रियजनों के साथ हैं।''