भाजपा प्रवक्ता हो क्या? केंद्र सरकार का बचाव करने पर कांग्रेस में शशि थरूर के खिलाफ भड़का गुस्सा
पहलगाम हिंसा में खुफिया विभाग की चूक को लेकर सरकार पर नरम रुख अपनाने वाले कांग्रेस नेता शशि थरूर के खिलाफ कांग्रेस में गुस्सा दिखाई दे रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि थरूर को बता देना चाहिए कि आखिर उनकी निष्ठा कहां है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार पर नरम रुख दिखाने वाले कांग्रेस नेता शशि थरूर के खिलाफ कांग्रेस नेता उदित राज ने मोर्चा खोल दिया है। उदित ने थरूर के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उनकी राजनीतिक निष्ठा के ऊपर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने थरूर से पूछा कि उन्हें देश को बता देना चाहिए कि आखिर उनकी निष्ठा किसके साथ है।
उदित राज ने थरूर पर हमला बोलते हुए कहा, "मैं शशि थरूर से पूछना चाहता हूं कि क्या वह कांग्रेस पार्टी में हैं या फिर भाजपा में? क्या वह सुपर-भाजपा प्रवक्ता बनने की कोशिश कर रहे हैं? थरूर को भाजपा से पूछना चाहिए कि आखिर सरकार पीओके को कब वापस ले रही है? या फिर वे भाजपा की तरफ से वकालत करना शुरू कर चुके हैं।"
उदित राज की यह प्रतिक्रिया थरूर के उस बयान के बाद आई है , जिसमें थरूर ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की तुलना इजरायल पर हुए हमले से की। उन्होंने कहा किसी भी देश की सुरक्षा व्यवस्था सौ फीसदी नहीं हो सकती है। इजरायल दुनिया भर में अपने सैन्य ऑपरेशन्स के लिए जाना जाता है लेकिन इसके बाद भी हमास उनके क्षेत्र में आकर इतना बड़ा नरसंहार कर गया।
थरूर ने केंद्र सरकार पर नरमी दिखाते हुए कहा "जाहिर है कोई भी सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होती है। कुछ विफलताएं हुई हैं.. लेकिन हमारे पास इजरायल का उदाहरण हैं, उसे दुनिया की सबसे बेहतर सुरक्षा व्यवस्था वाला देश माना जाता है लेकिन उसके बाद भी 7 अक्तूबर का हमला हुआ। मुझे लगता है कि जिस तरह से इजरायल युद्ध के अंत तक जवाबदेही की मांग कर रहा है ठीक उसी तरह से हमें भी मौजूदा संकट के समय को देखना चाहिए और फिर सरकार से जवाबदेही की मांग करनी चाहिए। किसी भी देश के पास कभी भी 100 फीसदी खुफिया जानकारी नहीं हो सकती है।"
बकौल थरूर हमारी खुफिया एजेंसी और सेना कई आतंकवादी हमलों को विफल कर देती हैं लेकिन उन पर किसी का ध्यान नहीं जाता है, जबकि विफलताओं को ज्यादा उजागर किया जाता है।
थरूर के इस बयान पर उदित राज ने सवाल पूछा कि आखिर 9/11 के बाद अमेरिका में कौन सी आतंकवाद की घटना हुई है? क्या यह भाजपा के प्रवक्ता जैसा बयान नहीं है?