शशि थरूर ने कयासों के बीच राहुल गांधी के सामने दी 20 पर्सेंट वाली सलाह, बोले- निगेटिव नहीं रहना
- थरूर ने कहा कि कांग्रेस को ऐसे मतदाताओं को साथ लाना होगा, जिनके चलते वह सत्ता में आती थी। थरूर ने कहा कि इससे पार्टी 19-20 पर्सेंट वाले आंकड़े से ऊपर उठेगी, जिसमें अब तक वह उलझी हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे पास यही एक तरीका आगे बढ़ने का है, जिसमें हम 2014 के बाद से ही संघर्ष कर रहे हैं।

गुजरात में आयोजित कांग्रेस के 84वें अधिवेशन को राहुल गांधी ने मंगलवार को संबोधित किया और ओबीसी समुदाय में पकड़ बनाने पर जोर दिया। राहुल गांधी ने साफ कहा कि हम ब्राह्मण, दलित, मुस्लिम में ही उलझे रह गए और ओबीसी समुदाय से हमसे दूर चला गया। हमें उन्हें जोड़ने के लिए प्रयास करने होंगे। इसके साथ ही उन्होंने 1993 में मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू करने और फिर 2006 में शैक्षणिक संस्थानों में भी ओबीसी आरक्षण देने का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमें ओबीसी पर फोकस करना है, जिनकी आबादी 50 पर्सेंट से अधिक है। इसी में यदि दलित और अल्पसंख्यकों को भी शामिल कर लें तो फिर आंकड़ा 90 फीसदी के करीब जाता है।
राहुल गांधी ने यह सलाह दी तो इस बीच शशि थरूर को भी अधिवेशन में बोलने का मौका मिला। उन्हें लेकर बीते कुछ समय से कयास लगाए जा रहे हैं कि वह भाजपा के करीब हैं। इस बीच उन्होंने कांग्रेस अधिवेशन पार्टी को सलाह दी कि उसे उन लोगों को वापस जोड़ने पर काम करना होगा, जो बीते तीन लोकसभा चुनावों में पार्टी से दूर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ऐसे मतदाताओं को साथ लाना होगा, जिनके चलते वह सत्ता में आती थी। शशि थरूर ने कहा कि यदि इन लोगों को वापस लाया गया तो फिर पार्टी उस 19-20 पर्सेंट वाले आंकड़े से ऊपर उठेगी, जिसमें अब तक वह उलझी हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे पास यही एक तरीका आगे बढ़ने का है, जिसमें हम 2014 के बाद से ही संघर्ष कर रहे हैं।
यही नहीं एक और सलाह शशि थरूर ने दी। कांग्रेस सांसद ने कहा कि पार्टी को जनता के सामने पॉजिटिव विजन रखना होगा। उन्होंने कहा कि हमें जनता को बताना होगा कि हमारे पास क्या रोडमैप है। अभी हम निगेटिव कैंपेन ही कर रहे हैं और भाजपा को गलत बता रहे हैं। लेकिन हमें यदि वोटरों को लुभाना है तो यह भी बताना होगा कि यदि हम सत्ता में आए तो क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें सामुदायिक हितों में ही नहीं उलझना है। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि भविष्य की बात करें। ऐसा लगता है कि हम इतिहास के दौर की ही पार्टी बन गए हैं और पुरानी बातों को ही दोहराते हैं। बता दें कि शशि थरूर कई मौकों पर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं। इसके अलावा मोदी सरकार के कई मंत्रियों के साथ तस्वीरें भी साझा करते रहे हैं।