बांग्लादेश से आए आतंकी को एक्टिवेट करने थे स्लीपर सेल, साजिश नाकाम; RSS था निशाना
- असम एसटीएफ ने केरल से आठ आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल हैं। बांग्लादेशी आतंकी ने भारत में स्लीपर सेल ऐक्टिवेट करने थे, साजिश नाकाम हो गई।

असम एसटीएफ ने बांग्लादेश से बड़ी साजिश को नाकाम किया है। आरएसएस और कई हिंदू संगठन से जुड़े लोगों को निशाना बनाने वाले स्लीपर सेल का भंडाफोड हुआ है। केरल से गिरफ्तार किए गए आठ आतंकियों में से एक बांग्लादेशी नागरिक भी है। पकड़े गए बांग्लादेशी के अलकायदा से संबंध बताए जा रहे हैं। एसटीएफ ने एक बयान में कहा कि असम और पश्चिम बंगाल में स्लीपर सेल नेटवर्क को एक्टिवेट करने के लिए आतंकी बांग्लादेश से भारत पहुंचा था, लेकिन साजिश नाकाम हो गई। इस स्पेशल ऑपरेशन 'प्रघात' में असम एसटीएफ के साथ केरल और बंगाल पुलिस भी संयुक्त रूप से काम रही थी।
एसटीएफ ने कहा कि उन्होंने केरल और बंगाल पुलिस के साथ मिलकर इस खास मिशन पर काम किया। खुफिया रिपोर्टों के आधार पर पूरे भारत में 'ऑपरेशन प्रघात' शुरू किया। बांग्लादेश में अलकायदा से जुड़े एक नेता के सहयोगी मोहम्मद फरहान इसराक के अधीन काम करने वाले आतंकवादियों का एक समूह आरएसएस और अन्य हिंदू संगठनों के सदस्यों को निशाना बनाने के लिए भारत में स्लीपर सेल को एक्टिवेट करने की कोशिश कर रहा था। पकड़े गए 8 आतंकियों में एक बांग्लादेशी की पहचान मोहम्मद साद रदी उर्फ मोहम्मद शब शेख (32) के रूप में हुई है।
एसटीएफ ने कहा कि मोहम्मद फरहान इसराक जसीमुद्दीन रहमानी का करीबी है, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम का प्रमुख है। यह समूह आतंकवादी समूह अल-कायदा से संबद्ध है। असम के विशेष पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हरमीत सिंह ने कहा, "यह जिहादी तत्वों के खिलाफ एक बड़ा कदम है। केंद्रीय एजेंसियों और पश्चिम बंगाल तथा केरल पुलिस की मदद से हम इसे खत्म कर सकते हैं। मैं इसे तब सफलता कहूंगा जब हमें और मदद मिलेगी। लेकिन हां, हमने एक शुरुआत कर दी है।" सिंह ने कहा, "बांग्लादेश और हमारे पश्चिमी पड़ोसी के विभिन्न हिस्सों में जो कुछ हो रहा है, उससे उत्पन्न स्थिति के बाद भारत में इस तरह की साजिश की आशंकाएं बढ़ गई हैं।"
कैसे पकड़े गए स्लीपर सेल
एसटीएफ ने कहा कि मोहम्मद साद रदी ने असम और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के स्लीपर सेल से मुलाकात की, उसके बाद वह और स्लीपर सेल से संपर्क करने के लिए केरल गया। एसटीएफ ने कहा कि आईपीएस अधिकारी पार्थ सारथी महंत ने आतंकवादियों को गिरफ्तार करने के लिए देश भर में टीमों का नेतृत्व किया। एसटीएफ ने 17-18 दिसंबर की रात को केरल, पश्चिम बंगाल और असम में एक साथ छापेमारी कर आठ संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए अन्य सात आतंकवादी आरोपियों की पहचान मिनारुल शेख (40 वर्ष), मोहम्मद अब्बास अली (33 वर्ष), नूर इस्लाम मंडल (40 वर्ष), अब्दुल करीम मंडल (30 वर्ष), मोजिबर रहमान (46 वर्ष), हमीदुल इस्लाम (34 वर्ष) और इनामुल हक (29 वर्ष) के रूप में हुई है।