सोने की तस्करी मामले में सीबीआई ने शुरू की जांच, रान्या राव पर भी कस सकता है शिकंजा
- एजेंसी ने जांच के लिए दो टीमें पहले ही बेंगलुरु और मुंबई भेज दी हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई, कस्टम, पुलिस और हवाई अड्डों पर तैनात अन्य अधिकारियों सहित सरकारी कर्मचारियों की भूमिका की जांच करेगी।

Ranya Rao Case: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने राजस्व एवं खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की सूचना के आधार पर हवाई अड्डों से सोने की तस्करी में शामिल अंतरराष्ट्रीय गिरोहों की बड़ी साजिश की जांच शुरू की है। मामले से परिचित लोगों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संघीय एजेंसी अभिनेत्री रान्या राव द्वारा की गई तस्करी की भी जांच कर सकती है। एक्ट्रेस पर शिकंजा कसते हुए कस्टडी में भी लिया जा सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक प्रमुख जांच एजेंसी ने जांच के लिए दो टीमें पहले ही बेंगलुरु और मुंबई भेज दी हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई, कस्टम, पुलिस और हवाई अड्डों पर तैनात अन्य अधिकारियों सहित सरकारी कर्मचारियों की भूमिका की जांच करेगी। इसके अलावा, तस्करों के राष्ट्रीय नेटवर्क की भी जांच करेगी, जो विदेशों से सोने के परिवहन का आयोजन वहां के अपने समकक्षों की मदद से करते हैं। रान्या राव मामले की जांच में, सीबीआई बाद में उसे हिरासत में ले सकती है। बताया जा रहा है कि डीआरआई ने सीबीआई को सचेत किया है कि रान्या राव मामले की तरह ही कई और तस्करी नेटवर्क प्रमुख हवाई अड्डों पर सक्रिय हो सकते हैं, जिन्हें सरकारी अधिकारियों का समर्थन प्राप्त है।
डीआरआई ने सीबीआई को सचेत किया है कि रान्या राव के मामले की तरह ही कई और तस्करी नेटवर्क प्रमुख हवाई अड्डों पर सक्रिय हो सकते हैं, जिन्हें सरकारी अधिकारियों का समर्थन प्राप्त है। कन्नड़ अभिनेत्री और कर्नाटक में डीजीपी रैंक के अधिकारी रामचंद्र राव की सौतेली बेटी रान्या राव को डीआरआई ने 3 मार्च को केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 12.5 करोड़ रुपये मूल्य के 14.2 किलोग्राम सोने के साथ गिरफ्तार किया था।
डीआरआई ने कहा है कि रान्या राव, जिसका पासपोर्ट हर्षवर्दिनी रान्या के रूप में दर्ज है, पिछले छह महीनों में 27 बार दुबई की यात्रा कर चुकी है, जिससे इन लगातार यात्राओं की प्रकृति के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं। वह कथित तौर पर बेंगलुरु हवाई अड्डे पर अक्सर वीआईपी चैनलों का इस्तेमाल करती थी, जहाँ एक प्रोटोकॉल अधिकारी उसे प्राप्त करता था, जिससे वह आसानी से सुरक्षा जांच को पार कर जाती थी। उसके सौतेले पिता ने उसकी गतिविधियों से खुद को दूर कर लिया है।