देश में कोरोना एक्टिव केस 6400 पार, वेरिएंट XFG के 163 मामले; नया वायरस कितना खतरनाक
देश में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर बढ़ गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोरोना एक्टिव केसों की संख्या 6400 पार कर गई है। वहीं, नए वेरिएंट XFG के 163 मामलों की पुष्टि हुई है।

देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर रफ्तार पकड़ता दिख रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के कुल एक्टिव मामलों की संख्या 6491 हो चुकी है। इसके साथ ही इंडियन सार्स-कोव-2 जिनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने 'XFG वेरिएंट' की भी पुष्टि हुई है। यह कोरोना का नया वेरिएंट बताया जा रहा है। इस नए वेरिएंट के देशभर में 163 मामले सामने आए हैं।
राज्यवार कोरोना की स्थिति
राज्यवार आंकड़ों के अनुसार, केरल इस समय सबसे अधिक प्रभावित राज्य है, जहां 1,957 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। बीते 24 घंटों में यहां 7 नए केस सामने आए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और हरियाणा में भी सक्रिय मामलों की संख्या चिंताजनक स्तर तक पहुंच रही है।
XFG वेरिएंट के कहां और कितने मामले?
INSACOG की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक देशभर में 163 मामलों में XFG वेरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से महाराष्ट्र में 89 केस, तमिलनाडु में 16, केरल में 15, गुजरात में 11, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 6-6 केस मिले हैं।
XFG वेरिएंट क्या है?
XFG वेरिएंट कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन उपवेरिएंट से विकसित हुआ एक नया स्ट्रेन है। प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल The Lancet के अनुसार, यह वेरिएंट कनाडा में पहली बार सामने आया था। XFG में चार प्रमुख म्यूटेशन (His445Arg, Asn487Asp, Gln493Glu और Thr572Ile) पाए गए हैं, जो इसे अधिक संक्रामक और इम्यून सिस्टम से बच निकलने में सक्षम बनाते हैं।
कोरोना से कितनी मौतें?
हालांकि बीते 24 घंटों में किसी मौत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन 1 जनवरी 2025 से अब तक कुल 65 मौतें दर्ज की गई हैं। ये मौतें उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, गुजरात और दिल्ली से सामने आई हैं।
उधर, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि XFG वेरिएंट के चलते संक्रमण की नई लहर का खतरा बना हुआ है। यह वेरिएंट तेजी से फैल सकता है और टीकाकरण के बाद बनी इम्युनिटी को भी चकमा देने में सक्षम है। फिलहाल सरकार निगरानी बढ़ाने और जांच में तेजी लाने पर जोर दे रही है।