हिटलर को रोका नहीं गया और 6 करोड़ लोग मारे गए, हम तमाशा कैसे देखें; ईरान पर भड़के इजरायली राजदूत
भारत में इजरायली राजदूत ने ईरान के नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की तुलना एडोल्फ हिटलर से की है। उन्होंने कहा कि अगर हिटलर को समय रहते रोका गया होता तो 6 करोड़ लोग नहीं मरते। हम तमाशा कैसे देखें?

ईरान पर इजरायली हमले ने एक बार फिर दुनिया को महायुद्ध की आंच में झोंक दिया है। अमेरिका और इजरायल इस हमले के लिए ईरान को ही जिम्मेदार ठहरा रहा है, जबकि ईरान ने इसे उसकी संप्रभुता पर करारा हमला करार दिया। ईरान ने कहा है कि उसके जवाबी हमले की कोई सीमा नहीं होगी। हमले के बाद इजरायल भी चौकन्ना हो गया है। इस बीच भारत में इजरायली राजदूत रियुवेन अजार ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की तुलना तानाशाह हिटलर से की है। उन्होंने कहा कि 100 साल पहले जब समय रहते हिटलर को नहीं रोका गया तो 6 करोड़ लोग मारे गए... हम तमाशा कैसे देख सकते थे।
ईरान पर हुआ इज़रायली हमला सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि इतिहास से लिया गया सबक है। रियुवेन अजार ने कहा कि "करीब 100 साल पहले दुनिया ने हिटलर और नाज़ी जर्मनी को समय रहते नहीं रोका। उसका नतीजा यह हुआ कि 60 लाख यहूदियों सहित 6 करोड़ लोग मारे गए। आज जब ईरान हमारे विनाश की बात कर रहा है और उसके पास ऐसे हथियार बनते जा रहे हैं — तो क्या हम चुप बैठें? नहीं बैठेंगे। हमने पहले ही कह दिया था और अब हम वही कर रहे हैं।"
इज़रायली राजदूत का यह बयान उस वक़्त आया है जब इजरायल ने ईरान के कई परमाणु और सैन्य ठिकानों पर भीषण हमला किया है। इस हमले में ईरान के टॉप सैन्य अधिकारी, रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख और कई वैज्ञानिक मारे गए हैं।
इजरायल ने इसे ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के लिए ज़रूरी बताया है। वहीं, ईरान ने इसे "युद्ध की घोषणा" करार देते हुए बदले की चेतावनी दी है। अब पूरी दुनिया की निगाहें इस टकराव पर टिकी हैं।
ट्रंप की धमकी
इजरायली हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान को धमकी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि ईरान को बार-बार परमाणु समझौते का समय दिया, लेकिन वो नहीं माना। अगर ऐसा ही रहा तो अगली बार का हमला इससे भी खतरनाक होगा और सबकुछ नष्ट हो जाएगा। उन्होंने ईरान पर एक बार फिर डील करने का दबाव बनाया है।