अरुणाचल प्रदेश में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से तबाही; 9 की मौत, कई लोग रास्ते में फंसे
पश्चिम कामेंग जिले के नफरा-नाखू-नाचिबोम गांवों और बिचोम जिले के बीच संपर्क टूट गया है। कई लोग रास्ते में फंसे हुए हैं। मियोंग नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है, हालांकि यह अभी खतरे के निशान से नीचे है।

अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ आ गई। साथ ही, भूस्खलन की घटनाओं में 9 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि पूर्वी कामेंग जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 13 के बाना-सेप्पा खंड पर शुक्रवार देर रात भूस्खलन के कारण एक वाहन के सड़क से बह जाने से दो परिवारों के 7 सदस्यों की मौत हो गई। पूर्वी कामेंग के पुलिस अधीक्षक कामदम सिकोम ने बताया कि वाहन बिचोम जिले के बाना से सेप्पा जा रहा था, तभी भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन की चपेट में आकर वाहन गहरी खाई में जा गिरा। उन्होंने कहा कि सभी पीड़ित बाना के किचंग गांव के निवासी थे।
बचाव कार्य तुरंत शुरू हो गए लेकिन मूसलाधार बारिश, भूस्खलन और रात भर बेहद खराब दृश्यता के कारण इसमें काफी बाधा आई। इन चुनौतियों के बावजूद, पुलिस और बचाव दल ने अपने प्रयास जारी रखे। एसपी सिकोम ने कहा, 'शनिवार को स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से अभियान फिर से शुरू हुआ। कई घंटों की खोज के बाद मलबा राजमार्ग से लगभग 150 मीटर नीचे पाया गया।' उन्होंने कहा कि वाहन के अंदर सभी 7 लोग मृत पाए गए। पुलिस ने बताया कि निचला सुबनसिरी जिले में एक अन्य घटना में जीरो-कामले मार्ग पर पाइन ग्रूव क्षेत्र के निकट हुई। खेत में भूस्खलन होने से 2 मजदूरों की मौत हो गई और दो अन्य को बचा लिया गया।
117 से अधिक मकान खराब मौसम से प्रभावित
निचला सुबनसिरी के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) ओजिंग लेगो ने बताया कि यह घटना गुरुवार देर रात रान पोलियान कैबेज फार्म में हुई। उन्होंने बताया कि ऊपरी सुबनसिरी में सिगिन नदी के उफान पर आने से जिला मुख्यालय दापोरिजो में अचानक आई बाढ़ से व्यापक क्षति हुई है। कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। जिले में 117 से अधिक मकान और कई जरूरी ढांचे खराब मौसम की वजह से प्रभावित हुए हैं। ऊपरी सुबनसिरी के उपायुक्त तासो गाम्बो ने अतिरिक्त उपायुक्त बियारो सोरम और अन्य जिला अधिकारियों के साथ क्षति का आकलन करने और प्रतिक्रिया उपायों की निगरानी के लिए प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उपायुक्त ने निषेधाज्ञा जारी कर संवेदनशील क्षेत्रों के निवासियों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया है।
जमिरी के पास 35 चराई क्षेत्र में कई लोग फंसे
पश्चिम कामेंग जिले के एक अधिकारी ने बताया कि जमिरी के पास 35 चराई क्षेत्र में कई लोग फंसे हुए हैं। ज्योति नगर, डिरांग, पद्मा और दुर्गा मंदिर क्षेत्रों में भी सड़क अवरुद्ध होने की सूचना है। पश्चिम कामेंग जिले के नफरा-नाखू-नाचिबोम गांवों और बिचोम जिले के बीच संपर्क टूट गया है। कई लोग रास्ते में फंसे हुए हैं। मियोंग नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है, हालांकि यह अभी खतरे के निशान से नीचे है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बांग्लादेश में बने डिप्रेशन के कारण भारी बारिश की संभावना है। अवदाब का आशय कम दबाव के क्षेत्र से है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने निचला सुबनसिरी, पश्चिम कामेंग, पश्चिम सियांग, लोहित और चांगलांग जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने निचले और आपदा संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सावधानी बरतने और सभी जरूरी एहतियात बरतने की अपील की है।