भारत संग तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा पाकिस्तान! दूसरे देश जाकर कश्मीर पर ये बोला
इस दौरान पाकिस्तान के CJCSC ने ऐसे देशों का भी जिक्र किया, जो मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, चीन, तुर्किए और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।

पाकिस्तान ने फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर राग छेड़ा है। इस बार सेना के बड़े अधिकारी का कहना है कि कश्मीर मुद्दे का समाधान ना निकालना विनाशकारी साबित हो सकता है। खास बात है कि यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है, जब जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के रिश्ते तल्ख बने हुए हैं। अधिकारी का कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच मूल मुद्दा कश्मीर है।
पीटीआई भाषा ने ‘डॉन’ समाचार पत्र की खबर के लिखा, ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी’ (CJCSC) के प्रमुख जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने शनिवार शाम सिंगापुर में एशिया के प्रमुख रक्षा मंच 'शांगरी-ला डायलॉग' में यह टिप्पणी की। भारत लगातार इस मुद्दे को द्विपक्षीय के तौर पर देखता रहा है, लेकिन पाकिस्तान ने बार-बार कश्मीर का जिक्र अंतरराष्ट्रीय मंचों पर किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मिर्जा ने 'रीजनल क्राइसिस-मैनेजमेंट मैकेनिज्म्स' पर हुए सत्र के दौरान कश्मीर को एक विवाद के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने ऐसे देशों का भी जिक्र किया, जो मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, चीन, तुर्किए और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
मिर्जा ने कहा, 'संघर्ष पर काबू पाने से आगे बढ़कर संघर्ष के समाधान की ओर बढ़ना अनिवार्य हो गया है। इससे स्थायी शांति सुनिश्चित होगी।' उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति के लिए 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप कश्मीर (मुद्दे) का शीघ्र समाधान आवश्यक है।'
मिर्जा ने कश्मीर मुद्दा तथा पाकिस्तान और भारत के बीच हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'जब कोई संकट नहीं होता, तो कश्मीर पर कभी चर्चा नहीं होती। जैसा कि हम हमेशा कहते रहे हैं कि कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं और यूएनएससी प्रस्तावों के अनुरूप कश्मीर विवाद का हल ही कई मुद्दों का समाधान करेगा।