निर्दोष को न भुगतना पड़े खामियाजा, सावधानी से लीजिए काम; केंद्र से बोलीं महबूबा मुफ्ती
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सरकार की ओर से शुरू की गई कार्रवाई का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘हजारों लोगों को गिरफ्तार किए जाने और आतंकवादियों के साथ-साथ आम कश्मीरियों के भी मकानों को ध्वस्त किए जाने की खबरें हैं।’

जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी तंत्र के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों ने बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया। इस बीच, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि केंद्र को सावधानी से कदम उठाना चाहिए ताकि निर्दोष लोगों को इसका खामियाजा न भुगतना पड़े। मुफ्ती ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारत सरकार को हाल में पहलगाम हमले के बाद सावधानी से काम लेना चाहिए और आतंकवादियों व नागरिकों के बीच अंतर करना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान निर्दोष लोगों, खासकर आतंकवाद का विरोध करने वाले किसी भी तरह से प्रभावित न हों।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सरकार से अपील है कि वह अधिकारियों को निर्देश दे कि वे इस बात का ध्यान रखें कि निर्दोष लोगों को इसका खामियाजा न भुगतना पड़े। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सरकार की ओर से शुरू की गई कार्रवाई का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘हजारों लोगों को गिरफ्तार किए जाने और आतंकवादियों के साथ-साथ आम कश्मीरियों के भी मकानों को ध्वस्त किए जाने की खबरें हैं।’ दक्षिण कश्मीर में पहलगाम के निकट मिनी स्विट्जरलैंड कही जानी वाली बैसरन घाटी में मंगलवार दोपहर आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को घेरा
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई में केंद्र सरकार को पूरा समर्थन दिया है। उन्हें इसका समुचित इस्तेमाल करना होगा, सभी को विश्वास में लेकर आगे बढ़ना होगा। खरगे ने कहा कि देश महत्वपूर्ण है और इसकी रक्षा के लिए सभी को मिलकर लड़ना होगा। इसके कल्याण के लिए काम करना होगा। हालांकि, उन्होंने आतंकवादी हमले पर चर्चा के लिए गुरुवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल नहीं होने पर आपत्ति भी जताई। खरगे ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘मैं पहले ही कह चुका हूं कि सर्वदलीय बैठक में उन्हें आना चाहिए था। उनका नहीं आना सही नहीं है। देश महत्वपूर्ण है, धर्म, भाषा बाद में आते हैं। इसलिए, हम सभी को देश के लिए मिलकर लड़ना चाहिए। मैंने कई बार कहा है कि हम सरकार को समर्थन देते हैं।’