इसका सख्त जवाब दिया जाना चाहिए, पहलगाम हमले पर राहुल-खरगे ने की अमित शाह से बात
- पहलगाम हमले में मारे गए लोगों में अधिकांश पर्यटक थे। मृतकों में दो विदेशी नागरिक – एक यूएई और एक नेपाल से – तथा दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्र शासित प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत की। उन्होंने इस हमले को “मानवता पर धब्बा” करार देते हुए पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की।
खरगे ने देर रात एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने गृह मंत्री शाह, मुख्यमंत्री अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस नेताओं से बात कर इस वीभत्स हमले की जानकारी ली जिसमें कम से कम 26 लोगों की जान गई। मारे गए लोगों में अधिकांश पर्यटक थे। मृतकों में दो विदेशी नागरिक – एक यूएई और एक नेपाल से – तथा दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।
खरगे ने कहा, “इस नृशंस आतंकवादी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। निर्दोष पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए। ऐसी त्रासदी के समय सभी दलों की एकता और मिलकर कार्रवाई करना समय की मांग है। यह सीमा पार आतंकवाद है और इसका सख्त जवाब दिया जाना चाहिए।” उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से संवाद करे और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करे।
इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जो इस समय अमेरिका दौरे पर हैं, ने भी एक पोस्ट में जानकारी दी कि उन्होंने गृह मंत्री शाह, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक कर्रा से बात कर हालात की जानकारी ली। उन्होंने लिखा, "पीड़ितों के परिवार न्याय और हमारे पूर्ण समर्थन के हकदार हैं।"
इससे पहले एक अन्य पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा, “पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में निर्दोष पर्यटकों की हत्या की खबर अत्यंत दुखद और निंदनीय है। पीड़ित परिवारों के साथ मेरी पूरी संवेदनाएं हैं और मैं घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।”
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह घाटी में हालात सामान्य होने के "खोखले दावे" करने के बजाय जवाबदेही ले और इस तरह की बर्बर घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए। पार्टी ने मांग की कि इस संवेदनशील मसले पर सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले को हाल के वर्षों में नागरिकों को निशाना बनाने वाली सबसे बड़ी आतंकी घटना बताया। सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह हमला एक प्रमुख पर्यटन स्थल पर हुआ, जहां बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक घूमने आए हुए थे। घायल लोगों का इलाज श्रीनगर और अनंतनाग के अस्पतालों में चल रहा है, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।