गर्मी की छुट्टियों के लिए बच्चों को PM मोदी का टास्क, 'मन की बात' में क्या-क्या बोले प्रधानमंत्री
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 120वें मन की बात कार्यक्रम में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने इस बार परीक्षा देकर लौटे छात्रों के लिए नए टास्क दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस बार गर्मियों में आपको कुछ नया सीखना है और उसको #Myholidays के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट करना है।

हर महीने की तरह इस महीने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने सबसे पहले सभी देशवासियों को नव संवत्सर की बधाई दी। उन्होंने कहा कि मेरे सामने इस वक्त बहुत सारी चिट्ठियां रखी हुई हैं, जिनमें रोचक तरीके से लोगों ने अपनी बात को रखा है। इसके बाद पीएम मोदी ने कई भाषाओं में नव संवत्सर की बधाईयों को पढ़ा। पीएम ने कहा कि आने वाले समय में कई त्योहार आने वाले हैं इसीलिए इन सभी संदेशों में मुझे बधाई संदेश मिले हैं। पीएम ने कहा कि इन सभी में भाषाएं अलग-अलग हैं लेकिन भावनाएं एक जैसी हैं। उन्होंने कहा यह त्योहार भले ही अलग-अलग राज्यों में हों लेकिन यह हमें दिखातें हैं कि हम एक ही हैं। हमें इस एकता की भावना को मजबूत करते हुए चलना है।
पीएम मोदी ने इस महीने परीक्षा देकर लौटे छात्रों को एक नया टास्क दिया है। युवा शक्ति को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे युवा साथियों की परीक्षाएं हो चुकी हैं। कई स्कूलों में नई पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है। इसके बाद गर्मियों की छुट्टियां आने वाली है। यह समय बच्चों के लिए खेलने-कूदने का समय होता है लेकिन इसके साथ ही हम इस समय में कुछ अच्छा और नया सीख भी सकते हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के इस जमाने में बच्चों के पास ऐसे कई प्लेटफार्म हैं जहां वे काफी कुछ नया सीख सकते हैं। जैसे कोई संस्था टेक्नोलॉजी कैंप चला रही हो तो बच्चे वहां पर ओपनसोर्स या एप बनाना सीख सकते हैं। कई अलग-अलग क्षेत्रों में भी बच्चें जा सकते हैं। इन सब के अलावा कई वालंटियर एक्टिविटी से भी जुड़ सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर बच्चे या संस्था ऐसी एक्टिविटी करवा रहे हों तो इसे #Myholidays के साथ साझा कर सकते हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने माय भारत कलैंडर के बारे में भी बात की। पीएम ने कहा कि इसे समर वैकेशन के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें स्टडी टूल है, जिसके जरिए आप जान सकते हैं कि हमारे जन औषधि केंद्र कैसे काम करते हैं, इसके अलावा बाइव्रेंड विलेज अभियान के तहत सीमावर्ती गांवों का एक खास अनुभव ले सकते हैं। इसके अलावा वहां के कल्चर और खेल कूद की गतिविधियों की जानकारी भी ले सकते हैं। इसके साथ ही अंबडेकर जयंती पर होने वाली पदयात्रा में भी भाग ले सकते हैं। पीएम ने आग्रह किया कि छुट्टियों के अनुभवों को #HOLIDAYMEMORIES पर साझा करें। वह अपने अगले मन की बात कार्यक्रम में इनमें से कुछ को सभी लोगों के साथ साझा करेंगे।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने आने वाली गर्मियों में वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर भी बात की। पीएम ने कहा कि देश वासियों को गेट द रेन जैसे विकल्पों पर भी काम करना चाहिए। पीएम ने लोक जल शक्ति मंत्रायल द्वारा जारी किए गए आंक़ड़ों का हवाला देते हुए कहा कि पिछले साल देश वासियों ने इन तरीकों के जरिए करीब 11 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी इकट्ठा किया है। उन्होंने कहा कि इस पानी का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 90 किलोमीटर में फैले भांखड़ा नागल डैम में भी केवल 8 से 9 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी ही इकट्ठा होता है। पीएम ने कर्नाटक के गढ़ जिले के लोगों द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर भी प्रकाश डाला कि कैसे गांव के लोगों ने मिलकर वहां पर मौजूद तालाबों को साफ किया और गेट द रेन में अपना योगदान दिया।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स कार्यक्रम पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने इन खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि इस बार पहले से ज्यादा खिलाड़ियों ने इन खेलों में हिस्सा लिया है, जिससे पता चलता है कि यह खेल कितने लोकप्रिय हो रहे हैं। पीएम ने सभी खिलाड़ियों को बधाई भी दी। इसके साथ ही पीएम मोदी ने आर्म रेसलिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाले जोबी मैथ्यू का खत भी पड़ा। जोबी ने लिखा,"मेडल जीतना बेहद खास होता है लेकिन हमारा संघर्ष केवल पोडियम पर खड़े होने तक सीमित नहीं है। हम हर रोज एक नई लड़ाई लड़ते हैं। बहुत कम लोग हमारे संघर्ष को समझ सकते हैं इसके बाद भी हम साहस के साथ हर रोज आगे बढ़ते हैं। हमें यह विश्वास रहता है कि हम किसी से कम नहीं है।" पीएम मोदी ने जोबी मैथ्यू के पत्र की तारीफ भी की।
इसके अलावा पीएम मोदी ने फिट इंडिया कार्निवाल का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि इस आयोजन में शामिल लोगों को फिटनेस के साथ-साथ उनके पोषण से जुड़ी हुई जानकारी भी मिली। हनुमान काइन के गाने रन इट अप की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा इन गानों ने हमारे पारंपरिक मार्शल आर्ट को आगे बढ़ाया है।
पीएम मोदी ने गिरमिया समुदाय का जिक्र करते हुए कहा कि आपके पत्रों में मेरी मॉरीशस यात्रा में गीत गवई के आयोजन की बात की। उन्होंने कहा कि गिरमिटिया मजदूर के रूप में अन्य देशों में गए लोगों ने अपनी जड़ों को याद रखा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने फिजी, गयाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो और सूरीनाम में अपनी यात्रा के दौरान वहां के स्थानीय भारतीय मूल निवासियों द्वारा दी गई प्रस्तुति का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि इन देशों में सभी भारतीय त्योहार बड़े ही उल्लास के साथ मनाये जाते हैं।
सिंगापुर इंडियन फाइन आर्ट सोसाइटी का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि इस सोसाइटी ने भारतीय आर्ट और कल्चर को बचाने का काफी प्रयास किया है। यह संस्था अपने 75 साल पूरे कर चुकी है। इसके साथ ही पीएम ने टेक्सटाइल वेस्ट के बारे में भी बात की। पीएम ने कहा कि यह दुनिया के लिए नई चुनौती बन गया है। पीएम ने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा टेक्सटाइल वेस्ट वाला देश है लेकिन हमारे देश में इस पर काम शुरू हो चुका है। कई युवा साथियों ने इसको लेकर स्टार्टअप शुरू किया है। इन सब के अलावा पीएम मोदी ने योग डे, आयुर्वेद और फूलों के बारे में भी बात की। पीएम मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश के छिंदवाडा में महुआ के फूलों से कुकीज बनाए जा रहे हैं, जो अपने आप में बहुत ही विशेष है।