पहलगाम हमले के पीड़ित से मिले राहुल गांधी, बोले- समाज को बांटना चाहते हैं आतंकी
राहुल गांधी शुक्रवार सुबह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर पहुंचे। 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए।

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से श्रीनगर में उनके आवास पर मुलाकात की। उन्होंने हमले में घायल हुए व्यक्ति से श्रीनगर के एक अस्पताल में मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इस हमले के जरिए आतंकी समाज को बांटना चाहते हैं।
राहुल गांधी ने कहा, "यह एक भयानक त्रासदी है। मैं यहां यह समझने आया हूं कि क्या हो रहा है और मदद करने आया हूं। जम्मू-कश्मीर की पूरी आबादी ने इस भयानक कार्रवाई की निंदा की है और इस समय देश का पूरा समर्थन किया है। मैं घायल हुए लोगों में से एक से मिला। अपने परिवार के सदस्यों को खोने वाले सभी लोगों के प्रति मेरा प्यार और स्नेह। पूरा देश एकजुट है। कल हमारी सरकार के साथ बैठक हुई थी।" उन्होंने कहा कि संयुक्त विपक्ष ने इस हमले की निंदा की है।
उन्होंने आगे कहा, "हम सरकार द्वारा की जाने वाली किसी भी कार्रवाई का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। हमले के पीछे समाज को बांटने का विचार है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हर भारतीय एकजुट हो ताकि हम आतंकवादियों को हरा सकें।" उन्होंने कहा, “यह देखना दुखद है कि कुछ लोग कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के मेरे भाइयों और बहनों पर हमला कर रहे हैं, और मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम सभी एक साथ खड़े हों, एकजुट हों और इस घिनौनी कार्रवाई का मुकाबला करें और आतंकवाद को हमेशा के लिए हरा दें। मैंने मुख्यमंत्री और एलजी से भी मुलाकात की और उन्होंने मुझे जो कुछ हुआ उसके बारे में जानकारी दी, और मैंने उन दोनों को आश्वासन दिया कि मेरी पार्टी और मैं उनका पूरा समर्थन करने जा रहे हैं।”
राहुल गांधी शुक्रवार सुबह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर पहुंचे। 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए। गुरुवार को केंद्र सरकार ने सुरक्षा स्थिति पर विचार-विमर्श करने और हमले का सामूहिक जवाब तैयार करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में सभी विपक्षी दलों ने सरकार की कार्रवाई को अपना पूरा समर्थन देने का ऐलान किया है।