पर्यावरण प्रेमी और शिक्षक सत्येंद्र सावैयां का निधन, क्षेत्र में शोक की लहर
पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पित रुमुल बोटैनिकल गार्डन के संस्थापक सत्येंद्र सावैयां का रविवार को आकस्मिक निधन हो गया। उन्होंने अपने जीवन में शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।...

पर्यावरण संरक्षण को समर्पित जीवन जीने वाले रुमुल बोटैनिकल गार्डन के संस्थापक और शिक्षाविद् सत्येंद्र सावैयां का रविवार को आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। जानकारी के अनुसार, श्री सावैयां की मृत्यु रविवार की सुबह उनके आवास पर हुई। परिजनों ने बताया कि वह प्रतिदिन सुबह 4 बजे उठकर अपने प्रिय रुमुल बोटैनिकल गार्डन में पौधों की देखभाल में लग जाते थे, लेकिन रविवार की सुबह जब देर तक वह नहीं उठे तो परिजन देखने गए, जहां वह अचेत अवस्था में पाए गए। बाद में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
श्री सत्येंद्र सावैयां तांतनगर प्रखंड के मध्य विद्यालय कोकचो में शिक्षक के पद पर पदस्थापित थे। शिक्षा के क्षेत्र में समर्पण के साथ-साथ उन्होंने पर्यावरण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किए। उन्होंने रुमुल गांव में बंजर जमीन पर खुद के प्रयासों से बोटैनिकल गार्डन की स्थापना की थी, जो आज क्षेत्र में हरित क्रांति का प्रतीक बन चुका है। उनके निधन से शिक्षा जगत, पर्यावरण प्रेमियों और स्थानीय लोगों में गहरा शोक है। ग्रामीणों ने उन्हें एक सच्चा कर्मयोगी बताया, जिनकी कमी लंबे समय तक खलेगी।
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