रॉबर्ट वाड्रा को लैंड डील में ED का समन, प्रियंका पर भी उठे थे सवाल; क्या है पूरा मामला
- यह मामला फरवरी 2008 की एक लैंड डील से जुड़ा है, जिसके तहत रॉबर्ट वाड्रा की फर्म स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव में 3.5 एकड़ जमीन खरीदी थी। आरोप है कि इस मामले में म्यूटेशन यानी दाखिल खारिज की प्रक्रिया 25 घंटे के अंदर ही पूरी कर ली गई।

प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को समन जारी किया है। वह पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंच भी गए हैं। इस दौरान वाड्रा ने कहा कि हम हर चीज़ के लिए तैयार हैं। अल्पसंख्यकों के लिए बोलता हूं तो हमें दबाया जाता है। राहुल को संसद में दबाया जाता है। उन्होंने कहा कि मैं जो भी करता हूं, उसमें मुझे दबाया जाता है। वाड्रा को यह समन गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव में एक लैंड डील के मामले में जारी किया गया है। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत ऐक्शन हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में पहली बार वाड्रा को बुलाया गया है। इस केस में हरियाणा पुलिस ने 2018 में एफआईआर दर्ज की थी।
यह मामला फरवरी 2008 की एक लैंड डील से जुड़ा है, जिसके तहत रॉबर्ट वाड्रा की फर्म स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव में 3.5 एकड़ जमीन खरीदी थी। यह जमीन 7.5 करोड़ रुपये अदा करके ओंकारेश्वर प्रोपर्टीज से ली गई थी। आरोप है कि इस मामले में म्यूटेशन यानी दाखिल खारिज की प्रक्रिया 25 घंटे के अंदर ही पूरी कर ली गई। ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा से फाइनेंशियल ट्रांजेक्शंस की डिटेल लेनी है। इसीलिए उन्हें समन जारी किया गया है। बता दें कि हिन्दुस्तान टाइम्स ने ही दिसंबर 2023 में एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसमें चार्जशीट का हवाला दिया गया था।
इस चार्जशीट में भगोड़े आर्म्स डीलर संजय भंडारी, ब्रिटिश नागरिक सुमित चड्ढा के खिलाफ जानकारी दी गई थी। इसी में कहा गया था कि रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका गांधी ने कई एकड़ जमीन हरियाणा में खरीदी थी। यह डील दिल्ली के एक रियल एस्टेट एजेंट के माध्यम से हुई थी। उसी एजेंट ने एनआरआई कारोबारी सीसी थंपी को भी जमीन बेची थी। एजेंसी ने तब आरोपी के तौर पर वाड्रा और प्रियंका का नाम दाखिल नहीं किया था। लेकिन चार्जशीट में थंपी और वाड्रा के बीच संबंधों की जानकारी देने के लिए लैंड डील का जरूर जिक्र किया गया था। थंपी को जनवरी 2020 में अरेस्ट किया गया था। उसने ईडी को बताया था कि वह 10 साल से वाड्रा को जानता है। थंपी का कहना था कि सोनिया गांधी के पीए ने मेरा परिचय रॉबर्ट वाड्रा से कराया था।
इसके बाद वाड्रा से उनकी दिल्ली से लेकर यूएई तक कई बार मुलाकात हुई थी। एजेंसी का दावा है कि थंपी ने 2005 से 2008 के दौरान फरीदाबाद के अमीपुर गांव में 486 एकड़ जमीन खरीदी थी। यह डील एनसीआर स्थित प्रॉपर्टी एजेंट एचएल पाहवा के जरिए हुई थी। चार्जशीट में कहा गया था कि रॉबर्ट वाड्रा ने भी अमीपुर गांव में 40 एकड़ जमीन खरीदी है। यह जमीन पाहवा से खरीदी थी और फिर उसे ही 2010 में बेच भी दिया था। इसके अलावा प्रियंका गांधी के नाम से भी 5 एकड़ भूमि अप्रैल 2006 में खरीदी गई थी और उसे पाहवा को ही 2010 में बेच दिया गया। लंदन में भी रॉबर्ट वाड्रा के नाम पर एक प्लॉट है, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि उसे खरीदने में थंपी ने मदद की थी।