TDP अब भी चंद्रबाबू नायडू के हाथ, बेटे की चर्चा थमी; फिर चुने गए अध्यक्ष
चंद्रबाबू नायडू को दोबारा टीडीपी का अध्यक्ष चुन लिया गया है। ऐसे कयाल लगाए जा रहे थे कि उनके बेटे नारा लोकेश को पार्टी की कमान दी जाएगी।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को एक बार फिर तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) का अध्यक्ष चुना गया है। इस फैसले से साफ हो गया है कि पार्टी में अभी भी नायडू का दबदबा बना हुआ है। साथ ही, उनके बेटे नारा लोकेश को लेकर जो कयास लगाए जा रहे थे कि वो पार्टी की कमान संभाल सकते हैं, उन पर भी फिलहाल रोक लग गई है। यह ऐलान टीडीपी के सालाना महानाडु सम्मेलन में चुनाव समिति के अध्यक्ष वरला रामैया ने किया।
30 साल से हैं पार्टी अध्यक्ष
इस तरह दोबारा चुनाव के साथ ही चंद्रबाबू नायडू ने टीडीपी के अध्यक्ष पद पर 30 साल पूरे कर लिए हैं। उन्होंने 1995 में पहली बार पार्टी की कमान संभाली थी और तब से लेकर अब तक पार्टी के नाायक बने हुए हैं। महनाडु के दूसरे दिन नायडू ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को एकजुट रहने का संदेश दिया। गौरतलब है कि टीडीपी भी एनडीए का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “2024 से बड़ी जीत हमें 2029 में दर्ज करनी है और इसके लिए गठबंधन को मजबूत रहना होगा। आप सबको इसका संकल्प लेना है।”
जातिजनगणना का किया समर्थन
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराए जाने के फैसले की सराहना करते हुए इसे एक सकारात्मक कदम बताया। नायडू ने कहा, “जब किसी जाति की जनसंख्या का सही आंकड़ा मिलेगा तो उनकी आर्थिक स्थिति को समझ कर उनके लिए विशेष नीति बनाई जा सकेगी।”
चंद्रबाबू नायडू ने टीडीपी के लिए 45 साल की विकास योजना का भी जिक्र किया और भावुक होते हुए कहा कि अगर उन्हें दोबारा जन्म मिले, तो वे तेलुगू धरती पर ही आना चाहेंगे ताकि लोगों की सेवा जारी रख सकें। उन्होंने पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं को टीडीपी की असली ताकत बताया और दशकों से उनके साथ खड़े रहने के लिए शुक्रिया कहा।