बताइए, मनी लॉन्ड्रिंग का केस कहां है? नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर गरजे चिदंबरम; मांगा सबूत
- चिदंबरम ने इस बात पर जोर दिया कि पूरी कांग्रेस पार्टी अपने नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर इस राजनीतिक हमले का विरोध करेगी, लड़ेगी तथा इसे नाकाम करेगी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने सोमवार को आरोप लगाया कि पार्टी के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ईमानदारी और प्रतिष्ठा की धूमिल करने के मकसद से नेशनल हेराल्ड मामले में आरोप पत्र दाखिल किया गया। पूर्व वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सोनिया और राहुल गांधी पर इस राजनीतिक हमले का कांग्रेस पुरजोर विरोध करेगी और इसे नाकाम करेगी।
चिदंबरम ने संवाददाताओं से बातचीत में नेशनल हेराल्ड मामले का ब्यौरा दिया और सवाल किया, ‘‘अपराध कहां है? कहां हैं अपराध की कमाई? भ्रष्टाचार का पैसा कहां है? कहां है धनशोधन का अपराध?’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि पीएमएलए अदालत ने अभी तक ईडी की शिकायत (या आरोप पत्र) का संज्ञान नहीं लिया है।’’ उन्होंने दावा किया कि बुनियादी बात यह है कि पैसे का कोई लेन-देन नहीं है।
चिदंबरम का कहना था, ‘‘पैसे के बिना ‘अपराध की कमाई’ नहीं होती, ‘अपराध की आय’ के बिना, कोई धनशोधन नहीं होता है। धनशोधन हुए बिना ईडी का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ईमानदारी और प्रतिष्ठा को निशाना बनाने के लिए सत्ता का खुला दुरुपयोग किया गया है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इस मामले के तथ्यों से यह स्पष्ट है कि ईडी अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ प्रतिशोध की कार्रवाई कर रही है।’’
चिदंबरम ने इस बात पर जोर दिया कि पूरी कांग्रेस पार्टी अपने नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर इस राजनीतिक हमले का विरोध करेगी, लड़ेगी तथा इसे नाकाम करेगी। उन्होंने कि इस मामले में सत्य की जीत होगी और न्याय होगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड मामले में कथित तौर पर 988 करोड़ रुपये के धनशोधन के लिए यहां एक विशेष अदालत में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है।