अचानक क्यों मिसाइल टेस्ट करने लगा पाकिस्तान? कैसे पहलगाम के कत्ल-ए-आम से जुड़े तार
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े ऐक्शन लिए हैं। इनमें सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित करना, सभी पाकिस्तानी नागरिकों का दक्षेश वीजा रद्द करना शामिल हैं।

भारत के ऐक्शन के बाद पाकिस्तान सरकार भी हरकत में नजर आ रही है। खबरें आईं कि पाकिस्तान ने मिसाइल टेस्ट करने का फैसला किया है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। अब कहा यह भी जा रहा है कि पाकिस्तान ने यह फैसला दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए और भारत पर ही सवाल उठाने के लिए किया था।
सीएनएन-न्यूज18 की रिपोर्ट में एजेंसियों के आकलन नोट से पता चला है कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख ताकत का प्रदर्शन करना चाहते हैं। साथ ही वह सीमा पार आंतकवाद में पाकिस्तान के शामिल होने की बात से दुनिया का ध्यान भटकाना चाहते हैं। इस रणनीति का एक हिस्सा सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल की टेस्टिंग है।
कौन सी मिसाइल की होनी है टेस्टिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, इस परीक्षण में शाहीन-3 या बाबर क्रूज मिसाइल शामिल हो सकते हैं, दिखाते हैं कि 2750 किमी की रेंज में पाकिस्तान भारत के बड़े शहरों पर हमला करने में सक्षम है। इसका उद्देश्य परमाणु हमले से डराना और भारत को सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ऑपरेशन करने से रोकना है।
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी मीडिया को निर्देश दिए गए हैं कि इस मिसाइल को रक्षा उपाय के तौर पर दिखाया जाए। साथ ही कहा जा रहा है कि इस ऑपरेशन का मकसद भारत को उकसाने वाला दिखाकर घरेलू समर्थन हासिल करना है।
TRF को भी दिए निर्देश!
रिपोर्ट में कहा गया है कि TRF यानी द रेजिस्टेंस फोर्स को भारत के शहरों को धमकी देते हुए वीडियो जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि पैनिक हो और भारत कश्मीर से सुरक्षा उपाय लेकर शहरी केंद्रों में चला जाए। खबर है कि पाकिस्तान ने भारत को जल आतंकवाद का आरोपी बताने की योजना भी बनाई है।
अंग्रेजी चैनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान मिसाइल परीक्षण को भारत की कार्रवाई के जवाब में एक जिम्मेदार प्रतिक्रिया के तौर पर भी दिखाएगा। इसके अलावा वह खुद को जिम्मेदार परमाणु मुल्क के तौर पर भी दिखाने की कोशिश करेगा। आशंका यह भी जताई जा रही है कि भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर पर साइबर अटैक हो सकता है, जिसके लिए पाकिस्तान चीन की मदद ले सकता है।
भारत का ऐक्शन
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े ऐक्शन लिए हैं। इनमें सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित करना, सभी पाकिस्तानी नागरिकों का दक्षेश वीजा रद्द करना, अटारी- बाघा बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद करना, भारत स्थित पाक उच्चायोग में राजनयिकों की संख्या घटाना और उच्चायोग में तैनात पाक सेना के सलाहकर गैर जरूरी घोषित करना शामिल है।