जल्द स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाए यूनुस सरकार, बांग्लादेश के हालात पर विदेश मंत्रालय
Bangladesh news: बांग्लादेश में बिगड़ते हालात के बीच विदेश मंत्रालय ने भारत की स्थिति को एक बार फिर साफ किया है। उन्होंने कहा कि हमारी स्थिति शुरू से ही साफ है कि जल्द से जल्द निष्पक्ष और समावेशी चुनाव कराए जाएं जिससे जनता के मत का पता चल सके।

Bangladesh Update: बांग्लादेश में इन दिनों यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर चुनाव को लेकर दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन जारी हैं। खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बीएनपी और बांग्लादेशी सेना भी लगातार उन पर दबाव बना रही है। इसी बीच भारत ने भी बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रशासन से दिसंबर तक स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनाव कराने को कहा है। भारत ने बांग्लादेश में तमाम राजनैतिक पार्टियों और सरकारी कर्मचारियों के बीच में यूनुस सरकार के प्रति बढ़ते असंतोष और राजनीतिक अनिश्चितता को लेकर भी चिंता जताई है। तमाम दबावों के बीच यूनुस जापान की यात्रा पर गए हुए हैं। वहां जब उनसे चुनाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दिसंबर से जून 2026 के बीच में हो सकते हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया से बात करते हुए बांग्लादेश के मुद्दे पर भारत की राय साफ की। उन्होंने कहा, "जहां तक बांग्लादेश के चुनावों का सवाल है, हमने अपनी स्थिति बहुत पहले से ही स्पष्ट रूप से व्यक्त कर दी है। हम लगातार कहते आ रहे हैं कि बांग्लादेश को जल्द से जल्द समावेशी, निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराकर लोगों की इच्छा और जनादेश का पता लगाने की जरूरत है।"
भारत सकारात्मक और मजबूत संबंध चाहता है: रणधीर जायसवाल
बांग्लादेश में चल रहे व्यापक प्रदर्शनों और अंतरिम सरकार की कमजोर होती स्थिति पर सवालों के जवाब देते हुए जायसवाल ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी देश के साथ सकारात्मक और मजबूत संबंध चाहता है। ऐसे संबंध जिससे दोनों पक्षों के लोगों की आकांक्षाओँ और हितों को पूरा किया जा सके।"
मीडिया रिपोर्ट्स को आधार बनाकर जायसवाल से पूछा गया कि यूनुस का कहना है कि बांग्लादेश का सबसे बड़ा संकट भारतीय आधिपत्य है.. इसका जवाब देते हुए जायसवाल ने कहा, “शासन से संबंधित मामलों से निपटना ढाका की अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी है.. इसलिए जहां तक ऐसे बयानों का सवाल है तो ऐसा लगता है कि वह घरेलू स्तर पर आ रही चुनौतियों से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं। घरेलू चुनौतियों से निपटने की जगह दूसरों को और बाहरी मुद्दों को दोष देना समस्या का समाधान नहीं है।”