फरीदाबाद में 5 हजार घरों पर चलेगा बुलडोजर, प्रशासन ने भेजा नोटिस; क्या है वजह
फरीदाबाद में 5 हजार घरों को तोड़ने की तैयारी है। कुछ इलाकों में बुलडोजर कार्रवाई शुरू भी हो गई है। प्रशासन ने इतने बड़े बुलडोजर ऐक्शन की वजह भी बताई है।

दिल्ली-एनसीआर में बहुत बड़ी बुलडोजर कार्रवाई होने वाली है। यहां के फरीदाबाद इलाके में प्रशासन ने 5 हजार घरों पर बुलडोजर कार्रवाई करने के लिए मकान मालिकों को नोटिस भेजा है। प्रशासन ने इन मकान मालिकों को 15 दिन का समय दिया है, इस दिए गए समय में अतिक्रमण नहीं हटा तो जिला प्रशासन और वन विभाग मिलकर तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर देंगे। प्रशासन ने कुछ इलाकों में बुलडोजर कार्रवाई शुरू भी कर दी है, इसमें तोड़फोड़ के लिए 6 बुलडोजर लगाए गए हैं।
क्या है इतनी बड़ी बुलडोजर कार्रवाई की वजह
प्रशासन और वन विभाग फरीदाबाद के इन 5 हजार घरों को अवैध बता रहा है। वन विभाग का कहना है कि ये सभी घर जिस जमीन पर बनाए गए हैं, वो पंजाब भूमि संरक्षण अधिनियम(PLPA) की धारा 4 के तहत संरक्षित है। यह अधिनियम जंगलों में किसी भी तरह के गैर वन-गतिविधियों पर रोक लगाता है।
फरीदाबाद में कहां-कहां गरजेगा बुलडोजर
प्रशासन ने फरीदाबाद के अनंगपुर गांव, लक्कड़पुर, मेवला महाराजपुर और अखनीर में बुलडोजर कार्रवाई होगी। इस दौरान प्रशासन और वन विभाग ने कुछ इलाकों में बुलडोजर कार्रवाई शुरू भी कर दी है। यहां अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए प्रशासन ने 6 बुलडोजर लगा रखे हैं। इसके अलावा गुरुग्राम में भी बुलडोजर कार्रवाई के लिए नोटिस दिया गया है। यहां प्रशासन ने मकान मालिकों को 15 दिन का समय दिया है, इसके बाद प्रशासन खुद से बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर देगा। अधिकारियों ने बताया कि बुलडोजर ऐक्शन अब लगातार जारी रहेगा।
5 हजार घरों पर बुलडजोर कार्रवाई की जानकारी देते हुए फरीदाबाद का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे गुड़गांव के प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) ने बताया कि अनंगपुर के बाद अतिक्रमणरोधी टीम अब लक्कड़पुर में अवैध कब्जे हटा रही है। इसके बाद ये टीम मेवला महाराजपुर और अनखीर भी जाएगी। ये सभी इलाके पारिस्थितिकी रूप से संवेदनशील हैं। इस इलाके में अवैध कब्जे करके कई जगहों पर घर बना लिए गए हैं।
इ मामले पर बात करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम लोगों से अवैध निर्माण हटाने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह अरावली से अवैध कब्जे हटवाकर इसे बहाल करने का एक प्रयास है, जिसमें हम लगातार काम कर रहे हैं। इस प्रयास में कई जगहों पर अवैध कब्जा करके बनाए गए घरों को भी तोड़ा जाएगा।