ग्रेटर नोएडा में एक और अवैध कॉलोनी पर चले बुलडोजर, 20,000 वर्गमीटर जमीन कराई कब्जा मुक्त
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सुनपुरा गांव में अधिसूचित क्षेत्र की जमीन पर काटी जा रही अवैध कॉलोनी को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। प्राधिकरण द्वारा कब्जा मुक्त कराई गई 20 हजार वर्गमीटर जमीन की कीमत 40 करोड़ रुपये आंकी गई है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सुनपुरा गांव में अधिसूचित क्षेत्र की जमीन पर काटी जा रही अवैध कॉलोनी को मंगलवार को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। बुलडोजर वाली कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने विरोध करने का प्रयास किया, लेकिन भारी पुलिस बल के आगे उनकी एक नहीं चली। प्राधिकरण द्वारा कब्जा मुक्त कराई गई 20 हजार वर्गमीटर जमीन की कीमत 40 करोड़ रुपये आंकी गई है।
एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि कॉलोनाइजर खसरा संख्या-429 की लगभग 20,000 वर्गमीटर जमीन पर अवैध कॉलोनी काट रहे थे। प्राधिकरण की तरफ से नोटिस जारी किया गया, लेकिन कॉलोनाजर चोरी-छिपे अवैध निर्माण कराने की कोशिश कर रहे थे। मंगलवार को प्राधिकरण के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और अवैध निर्माण पर बुलडाजर चला ध्वस्त कर दिया। प्राधिकरण की टीम पूरी तैयारी के साथ सुबह ही अवैध निर्माण हटाने पहुंची थी।
वरिष्ठ प्रबंधक सन्नी यादव ने बताया कि 8-10 मकान का निर्माण हो रखा था, जबकि 70-80 प्लॉटों पर चारदीवारी की जा रही थी। कॉलोनाइजरों की योजना अवैध कॉलोनी बसाने की थी। महाप्रबंधक परियोजना एके सिंह ने बताया कि टीम ने छह जेसीबी और पांच डंपर की मदद से लगातार तीन घंटे कार्रवाई कर जमीन मुक्त कराई। कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन की कीमत 40 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
एसीईओ प्रेरणा सिंह ने अवैध निर्माण करने वाले को चेतावनी दी है कि सुनपुरा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में है। प्राधिकरण की अनुमति के बिना या फिर बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प
सुनपुरा गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंची प्राधिकरण की टीम और पुलिस पर ग्रामीणों ने धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया है। इस घटना में एक युवक बेहोश हो गया, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच काफी झड़प भी हुई। गांव की महिलाएं भी यहां पहुंच गईं। इस बीच काफी देर तक हंगामा हुआ। सोशल मीडिया पर काफी वीडियो वायरल हो रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्राधिकरण की टीम अवैध निर्माण ध्वस्त करने पहुंची थी। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। किसी तरह समझा बुझाकर लोगों को शांत किया गया। पुलिस की किसी के साथ कोई झड़प नहीं हुई है।