अवैध और शून्य घोषित करें; MCD सदन की कार्यवाही पर BJP ने क्यों उठाए सवाल, कमिश्नर को सौंपे वीडियो
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मांग की कि दिल्ली नगर निगम की बैठक को अवैध और शून्य घोषित किया जाए। उन्होंने इस संबंध में नगर निगम कमिश्नर अश्विनी कुमार को कार्यवाही के वीडियो भी सौंपे। हालांकि, आप ने भाजपा की हरकतों को 'तुच्छ' करार दिया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मांग की कि दिल्ली नगर निगम की बैठक को अवैध और शून्य घोषित किया जाए। यह मांग उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व वाले नगर निगम में पार्षदों की बैठक में हंगामे के बीच हाउस टैक्स माफ करने और कर्मचारियों के नियमितीकरण के दो प्रमुख प्रस्तावों को पारित किए जाने के एक दिन बाद की। उन्होंने इस संबंध में नगर निगम कमिश्नर अश्विनी कुमार को कार्यवाही के वीडियो भी सौंपे।
हालांकि, आप ने भाजपा की हरकतों को 'तुच्छ' करार दिया। आप ने एक बयान में कहा, 'यह शर्मनाक है कि दिल्ली में सत्ता में आने के बाद भी भाजपा 12,000 एमसीडी कर्मचारियों के नियमितीकरण पर आपत्ति जताकर अपनी तुच्छ मानसिकता का प्रदर्शन कर रही है। एक ऐसा एजेंडा जिसे कानून के पूर्ण अनुपालन के साथ पारित किया गया था। भाजपा को दिल्ली के लोगों की बेहतरी के लिए काम करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।'
सचदेवा ने कहा कि 25 फरवरी को सदन की बैठक दोपहर 2 बजे होनी थी, लेकिन अपने 'अवैध एजेंडे' को पारित करने के लिए मेयर दोपहर 1.59 बजे सदन में पहुंचे। दिल्ली भाजपा प्रमुख ने कहा, 'जैसा कि वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है, (आप) ने संवैधानिक कोरम पूरा किए बिना ही ठीक दो बजे कार्यवाही शुरू कर दी। उस समय नगर निगम कमिश्नर भी अपनी सीट पर मौजूद नहीं थे और आप पार्षदों ने वहां मौजूद एडिशनल कमिश्नर पर कमिश्नर की कुर्सी पर बैठने का दबाव बनाना शुरू कर दिया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।'
सचदेवा ने कहा कि मेयर ने सदन के नेता मुकेश गोयल पर भी एजेंडा पेश करने के लिए दबाव बनाया। उन्होंने कहा, 'वीडियो में साफ दिख रहा है कि इस दौरान भाजपा पार्षद भी सदन में घुसने लगे और आपत्ति जताने लगे। इसके बावजूद मेयर महेश खिंची ने सदन के नेता मुकेश गोयल के एजेंडा पढ़े बिना ही तीन-चार बार 'पास, पास, पास' कहा और फिर सदन से बाहर चले गए।' सचदेवा ने सवाल उठाया कि चूंकि एजेंडा पढ़ा ही नहीं गया था, तो फिर कौन सा प्रस्ताव पारित किया गया।
भाजपा नेता ने कहा, 'इससे यह साफ होता है कि जो भी दावा किया जा रहा है वह पूरी तरह से अवैध है। पूरी अवैध कार्यवाही तीन मिनट से भी कम समय तक चली। इसलिए नगर निगम कमिश्नर को 25 फरवरी, 2025 को आयोजित दिल्ली नगर निगम सदन की बैठक की कार्यवाही को रद्द करके उसे अमान्य घोषित कर देना चाहिए।'