धमाके जैसी आवाज, मलबे में तड़पती सात साल की बच्ची; चश्मदीदों ने बताया मुस्तफाबाद हादसे का खौफनाक मंजर
- दिल्ली के मुस्तफाबाद में बड़ा हादसा हो गया है। यहां सुबह तीन बजे अचानक चार मंजिला इमारत ढह गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है जबकि 12 लोगों के अभी भी मलबे में फंसे होने की आशंका है।

दिल्ली के मुस्तफाबाद में बड़ा हादसा हो गया है। यहां सुबह तीन बजे अचानक चार मंजिला इमारत ढह गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है जबकि 12 लोगों के अभी भी मलबे में फंसे होने की आशंका है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियां लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इस बीच हादसे के समय वहां मौजूद लोगों ने हादसे का खौफनाक मंजर बयां किया है। एक चश्मदीद ने कहा, उसने धमाके जैसी आवाज सुनी थी और उसी को सुनकर बाहर दौड़ा आया। इतना ही नहीं उसने मलबे के नीचे 7-8 साल की बच्ची को तड़पते हुए भी देखा।
40 साल के मतीन अहमद ने बताया कि ढही इमारत के सामने वाली बिल्डिंग में दूसरे फ्लोर पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार तड़के अचानक धमाके जैसी आवाज आई। आवाज सुनकर बालकनी से बाहर देखा तो मलबे के बीच एक सा-आठ साल की बच्ची तड़प रही थी। किरायेदार की बच्ची थी। तुरंत नीचे जाकर अन्य लोगों की मदद से बच्ची को बाहर निकाला। इसके बाद मकान मालिक के एक बेटे को भी खींचकर बाहर निकाला और पुलिस और अन्य एजेंसियों को सूचना दी गई। उन्होने ये भी बताया कि सूचना के करीब एक घंटे बाद दमकल और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची। तब तक स्थानीय लोगों ने ही मलबा हटाने और लोगों को बचाने का काम जारी रखा।
वहीं एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी मकान मालिक के रिश्तेदार इसरार अहमद ने बताया कि मकान मालिक तहसीन का पूरा परिवार अभी मलबे के अंदर ही फंसा हुआ है। पूरा परिवार ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर को मिलाकर दोनों पर रहता था इसलिए अचानक इमारत ढहने के दौरान वे लोग नीचे ही फंस गए। अभी तक निकाले गए लोगों में किरायेदार के परिवार और मकान मालिक का 25 साल एक लड़का शामिल है। इस लड़के का एक बच्चा और पत्नी भी अभी फंसे हुए हैं। रेस्क्यू टीम जल्द से जल्द मलबा हटाकर इन लोगों को बाहर निकालने की कोशिशों में जुटी है। इस बीच एक महिला ने एनडीआरएफ कर्मियों को हाथ हिलाकर मलबे के अंदर जिंदा होने का संकेत दिया।
कैसे हुआ हादसा?
शवनिवार यानी 19 अप्रैल को सुबह 3 बजकर बजे के करीब शक्ति विहार की गली नंबर 1 में अचानक एक इमारत ढह गई। इसकी सूचन के ढहने की सूचना पुलिस स्टेशन दयालपुर को मिली। हादसे के तुरंत बाद लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और लोग मलबे में फंसे लोगों को बचाने में जुट गए। शुक्रवार रात को अचानक मौसम में बदलाव आया था। तेज हवा चलने के बाद कई जगहों पर बारिश भी हुई थी। इसके कुछ घंटों बाद ही ये हादसा हुआ। हालांकि इमारत गिरने की वजह क्या है, इसके बारे में साफ तौर पर अभी कुछ नहीं कहा गया है। शुरुआत में मलबे में 22 लोगों के फंसे होने की खबर सामने आ रही थी। हालांकि 10-12 लोगों के फंसे होने की आशंका है। वहीं कुछ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है जबकि चार की मौत हो गई है।
सीएम रेखा गुप्ता ने क्या कहा?
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हादसे पर दुख जताया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर कहा, मुस्तफाबाद में इमारत गिरने की दर्दनाक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। राहत एवं बचाव कार्यों में DDMA, NDRF, DFS और अन्य एजेंसियां सतत रूप से जुटी हैं। सभी घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था की गई है। इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जिनकी मृत्यु हुई है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति दें।