लोन और सेक्सटॉर्शन का लेते थे सहारा, दिल्ली को ठगने वाले साइबर फ्रॉड पकड़े गए
डीसीपी क्राइम ने आगे बताया कि कई बैंक किट बरामद किए गए हैं और यह सामने आया कि इन किटों को प्रत्येक के हिसाब से लगभग 1 लाख रुपये में बेचा जा रहा था। इस जानकारी के आधार पर कई छापे मारे गए,जिससे साइबर धोखाधड़ी के दो मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ।

दिल्ली में साइबर धोखाधड़ी करने वाले बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। डीसीपी क्राइम आदित्य गौतम ने जानकारी देते हुए बताया,"हमें एक ऐसे गिरोह के बारे में सूचना मिली थी जो बैंक किट प्राप्त करने और विभिन्न व्यक्तियों को बड़ी रकम की पेशकश करके विभिन्न साइबर धोखाधड़ी करने में शामिल था। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए,हमने मयूर विहार इलाके में छापा मारा और गिरफ्तारियां की हैं।
डीसीपी क्राइम ने आगे बताया कि कई बैंक किट बरामद किए गए हैं और यह सामने आया कि इन किटों को प्रत्येक के हिसाब से लगभग 1 लाख रुपये में बेचा जा रहा था। इस जानकारी के आधार पर कई छापे मारे गए,जिससे साइबर धोखाधड़ी के दो मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ। उन्होंने आगे कहा कि हमने मयूर विहार इलाके से पहले तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनके नाम हैं- उज्जवल, गौरव और युग।
डीसीपी क्राइम ने आगे बताया कि तीनों के बताए अनुसार,हमने दो अलग-अलग मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। एक मॉड्यूल मुंडका इलाके से संचालित हो रहा था। यह बैंकों के नाम पर लोन संबंधी धोखाधड़ी में शामिल था। इसमें कुछ महिलाएं भी शामिल थीं जो टेलीकॉलर का काम करती थीं। इनका ओनर दिलशाद था,जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। दिलशाद को पहले भी महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया था।
आदित्य गौतम ने आगे बताया कि दूसरा मॉड्यूल 'सेक्सटॉर्शन'में लिप्त था,जहां ऑनलाइन निजी तस्वीरें और वीडियो प्राप्त करने के बाद व्यक्तियों को ब्लैकमेल किया जाता था। इन तरीकों से बड़ी रकम वसूली गई। इसमें भी हमने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।