यीडा फिल्म सिटी का नक्शा मंजूर, जानें कहां-कैसे होगा निर्माण; 3 हफ्ते में शिलान्यास की उम्मीद
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बनने वाली फिल्म सिटी का मास्टर लेआउट प्लान (नक्शा) सोमवार को मंजूर हो गया। प्रथम चरण में सबसे पहले सिर्फ 80 एकड़ क्षेत्र में स्टूडियो और विश्वविद्यालय विकसित होंगे। तीन सप्ताह में परियोजना का शिलान्यास होने की उम्मीद है।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बनने वाली फिल्म सिटी का मास्टर लेआउट प्लान (नक्शा) सोमवार को मंजूर हो गया। प्रथम चरण में सबसे पहले सिर्फ 80 एकड़ क्षेत्र में स्टूडियो और विश्वविद्यालय विकसित होंगे। तीन सप्ताह में परियोजना का शिलान्यास होने की उम्मीद है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने सेक्टर-21 में विकसित होने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी का मास्टर ले आउट प्लान (नक्शा) शर्तों के साथ सोमवार को स्वीकृत कर दिया। शाम के समय फिल्म निर्माता बोनी कपूर को नक्शा सौंपा गया। बताया गया कि प्रथम चरण कुल 230 एकड़ में विकसित होना है, लेकिन अभी सिर्फ 80 एकड़ का नक्शा स्वीकृत किया गया है। इसमें 26 एकड़ में ग्रीन बेल्ट और 54 एकड़ में फिल्म स्टूडियो और विश्वविद्यालय समेत फिल्मों से जुड़ी अन्य गतिविधियों का विकास होगा। यह कार्य कंपनी को 18 महीने में पूरा करना होगा।
इसके बाद शेष 150 एकड़ का नक्शा स्वीकृत हो सकेगा। फिल्म निर्माता बोनी कपूर और भूटानी इंफ्रा के सीईओ आशीष भूटानी ने विगत माह 230 एकड़ का नक्शा प्रस्तुत किया था। नक्शे का भू-लेआउट प्लान से मिलान किया गया, जिसमें कई कमियां मिली थीं, जिसे आपत्तियों के साथ लौटा दिया गया था। नक्शे में जहां फिल्म इंस्टीट्यूट से जुड़ी गतिविधि होनी थी, वहां पर वेयर हाउस और होटल थे। ग्रीन बेल्ट का क्षेत्रफल स्पष्ट नहीं था। सिर्फ सड़कों के किनारे ही ग्रीन बेल्ट दिखाई गई थी। हालांकि, अब भी प्रथम चरण के तहत कुल 230 एकड़ का पूरा नक्शा स्वीकृत नहीं हो पाया है, इसके लिए पहले कंपनी को फिल्मों से जुड़ी गतिविधियां विकसित करनी होंगी।
शिलान्यास की बाधाएं दूर : यमुना प्राधिकरण ने 27 फरवरी को कंपनी को 230 एकड़ की जमीन का कब्जा दे दिया था, ताकि पहला चरण शुरू किया जा सके। कंपनी के साथ 27 जून 2024 को कंसेशन एग्रीमेंट साइन हुआ था, जिसके तहत एक वर्ष में निर्माण कार्य शुरू करना था। यह समय 27 जून को पूरा हो रहा है। ऐसे में इससे पहले ही शिलान्यास हो सकता है। 27 जून के बाद निर्माण में देरी पर प्रतिदिन 1.5 लाख रुपये जुर्माने का भी नियम है। नक्शा मंजूर होते की अब शिलान्यास की बाधाएं दूर हो गई हैं।
रनवे, हैलीपेड के सेट भी होंगे : 54 एकड़ में फिल्म स्टूडियो, साउंड स्टेज, पोस्ट-प्रोडक्शन यूनिट और अन्य काम होने हैं। यहां पर फिल्म में हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर से शूटिंग के लिए रनवे और हैलीपेड भी तैयारी होंगे। संसद की गैलरी, समुंद्रों की लोकेशन और उत्तरखंड के चार धाम समेत सौर ऊर्जा पर आधारित सेट का निर्माण होगा। नियमों के अनुसार कंपनी को पहले फिल्म सिटी और फिल्म इंस्टीट्यूट से जुड़े 15 प्रतिशत काम पूरे करने होंगे। इसके बाद ही प्राधिकरण कंपनी को व्यावसायिक कार्य करने की अनुमति देगा, जहां कंपनी दुकानें, दफ्तर, शॉपिंग कॉम्लेक्स, कंवेंशन सेंटर अन्य सुविधा विकसित कर सकेगी।
चारों तरफ सड़कें बनेंगी
फिल्म सिटी के चारों 130, 100 और 75 मीटर की सड़कें तैयार होंगी। वहीं, यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए आठ लेन के चार इंटरचेंज का निर्माण कार्य भी चल रहा है। फिल्म सिटी के लिए अलग से 132/33 केवीए के बिजलीघर का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है।
अरुणवीर सिंह, सीईओ, यमुना प्राधिकरण, ''फिल्म सिटी का नक्शा शर्तों के आधार पर स्वीकृत किया गया है। पहले सिर्फ 80 एकड़ में निर्माण की अनुमति दी गई है। सबसे पहले कंपनी को ग्रीन बेल्ट और फिल्म से जुड़ी गतिविधियां विकसित करनी होंगी। साथ ही, 27 जून तक शिलान्यास करना होगा।''
आशीष भूटानी, सीईओ, भूटानी इंफ्रा, ''फिल्म सिटी का पहले चरण के लिए नक्शा स्वीकृत हो गया है। इसके लिए प्राधिकरण और प्रदेश सरकार का आभार। यहां पर सबसे आधुनिक और बड़ी फिल्म सिटी का निर्माण होगा। यह फिल्म सिटी देश का बड़ा पर्यटन स्थल भी बनेगी।''