देखिए कितना शानदार होगा ग्रेटर नोएडा का रेलवे स्टेशन, UP-बिहार और बंगाल के लिए चलेंगी गाड़ियां
नक्शे को देखकर आप अनुमान लगा सकते हैं कि यह स्टेशन कितना बड़ा और भव्य बनने जा रहा है, जिसमें सभी आधुनिक सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा।

ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का निर्माण नॉर्दर्न सेंट्रल रेलवे करेगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का काम जल्द शुरू करने की तैयारी है। टर्मिनल बिल्डिंग के साथ कर्मचारियों के आवास के लिए बनने वाली बिल्डिंग का नक्शा तैयार हो गया है। नक्शे को देखकर आप अनुमान लगा सकते हैं कि यह स्टेशन कितना बड़ा और भव्य बनने जा रहा है, जिसमें सभी आधुनिक सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। इस स्टेशन से दिल्ली-हावड़ा रूट की कई गाड़ियां चलाई जाएंगी।
एक ही परिसर में ट्रेन, मेट्रो और बस की सुविधा होगी। इन्हें एक दूसरे से जोड़ने के लिए आरओबी, एफओबी, स्काईवॉक और सबवे का निर्माण किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का विस्तार कर इसे मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह 358 एकड़ में फैला होगा। इसके बनने से दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन और बस अड्डा पर यात्रियों का दबाव कम होगा।
बन जाने के बाद ऐसा दिखेगा रेलवे स्टेशन

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी के मुताबिक आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्टेशन का निर्माण नॉर्दन सेंट्रल रेलवे (एनसीआर) करेगा। बीते दिनों दिल्ली में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। वहीं, परियोजना के लिए बाकी बची लगभग 118 एकड़ (48 हेक्टेयर) जमीन का रेलवे ऐक्ट के तहत अनिवार्य अधिग्रहण किया जाएगा। जिला प्रशासन ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रथम चरण में टर्मिनल बिल्डिंग और स्टॉफ क्वार्टर का निर्माण किया जाएगा। इसका नक्शा तैयार कर लिया गया है।
उच्चाधिकारियों के समक्ष इसका प्रस्तुतिकरण दिया जा चुका है। मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा। एक ही परिसर में स्थित ट्रेन, मेट्रो और बस सुविधा को एक दूसरे से जोड़ने के लिए फुट ओवर ब्रिज (एफओबी), रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) स्काईवॉक और सबवे का निर्माण किया जाएगा। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस परियोजना को विकसित करने की जिम्मेदारी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड पर है।
दो जोन में बांटकर विकास होगा
मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब का विकास दो जोन में बांटकर किया जाएगा। जोन-1 में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी), क्षेत्रीय बस टर्मिनल (एलबीटी), मेट्रो रेल ट्रांजिस्ट सिस्टम के साथ व्यावसायिक और खुदरा कारोबार से जुड़ी गतिविधियां होंगी। वहीं, जोन -2 में रेलवे स्टेशन होगा। व्यावसायिक और खुदरा कारोबार की सुविधा होगी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का निर्माण नॉर्दर्न सेंट्रल रेलवे करेगा। बीते दिनों दिल्ली में हुई बैठक में इस पर फैसला लिया गया। टर्मिनल बिल्डिंग और कर्मचारियों के रहने के लिए बनने वाले भवन का नक्शा तैयार हो गया है। परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। परियोजना की जमीन का रेलवे ऐक्ट के तहत अनिवार्य अधिग्रहण किया जाएगा।
13 प्लेटफॉर्म से ट्रेन का परिचालन होगा
अधिकारी के मुताबिक बोड़ाकी रेलवे स्टेशन में 13 प्लेटफॉर्म होंगे। इस पर सहमति बन चुकी है। यहां से 70 ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। इसके बनकर तैयार हो जाने पर पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जाने वाले लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए दिल्ली और गाजियाबाद जाने से छुटकारा मिल जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, इस स्टेशन से अधिकतर गाड़ियां यूपी, बिहार और बंगाल जैसे राज्यों के लिए चलेंगी। दिल्ली-हावड़ा रूट की कई गाड़ियों को एनसीआर के इस नए स्टेशन पर शिफ्ट किया जा सकता है।
एक्वा लाइन का विस्तार
नोएडा के सेक्टर-51 को ग्रेटर नोएडा के डिपो स्टेशन को जोड़ने वाली मेट्रो की एक्वा लाइन का विस्तार मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) तक किया जाएगा। इसके लिए तीन किलो मीटर लंबी नई लाइन बिछाई जाएगी।