'कानून के सामने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट का महत्व नहीं'
सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट प्रस्तुत की है। दिशा सालियान के पिता के वकील ने कहा कि यह रिपोर्ट कानूनी रूप से कोई महत्व नहीं रखती है और कोर्ट आगे की जांच का आदेश दे सकता है,...

- दिशा सालियान के पिता के वकील ने जारी किया बयान - कहा, जैसे आरुषि केस में हुआ, वैसे सुशांत मामले भी में कोर्ट ले सकता है फैसला
- सुशांत मामले में सीबीआई ने शनिवार को दाखिल की थी क्लोजर रिपोर्ट
ठाणे, एजेंसी।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इस पर दिशा सालियान के पिता के वकील ने कहा कि कानून के समक्ष रिपोर्ट का कोई महत्व नहीं है। कोर्ट अभी भी संज्ञान लेकर आगे की जांच का आदेश दे सकता है। वकील नीलेश सी ओझा ने कहा, कोई क्लीन चिट नहीं दी गई है। कानून के मुताबिक, क्लोजर रिपोर्ट के बाद भी कोर्ट हत्या मामले का संज्ञान ले सकता है और गिरफ्तारी वारंट जारी कर सकता है या आगे की जांच के लिए आदेश दे सकता है। ठीक वैसे ही जैसे आरुषि तलवार के मामले में हुआ था।
दरअसल, ओझा दिशा सालियान के पिता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी बेटी की मौत की नए सिरे से जांच और यूबीटी-शिवसेना के आदित्य ठाकरे से पूछताछ की मांग की है। दिशा 8 जून, 2020 को मृत पाई गई थीं। इसके कुछ दिन बाद बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत भी मुंबई के उपनगरीय बांद्रा में अपने फ्लैट में लटके हुए मिले थे।
मुंबई पुलिस के आचरण ने संदेह पैदा किया : पूर्व डीजीपी
बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर ने सुशांत मामले में मुंबई पुलिस के तरीके की आलोचना करते हुए कहा कि उनके कार्यों से जनता में संदेह पैदा हुआ। हालांकि, उन्होंने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से परहेज किया और कहा कि यह एक पेशेवर एजेंसी है। पांडे ने आरोप लगाया कि मुंबई पुलिस ने मामले की जांच के लिए भेजी गई बिहार पुलिस टीम के साथ सहयोग नहीं किया।
आदित्य ठाकरे को बदनाम करने की साजिश
एनसीपी-एससीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने रविवार को दावा किया कि दिशा सालियान मामले में आदित्य ठाकरे का नाम आना, उन्हें बदनाम करने के उद्देश्य से एक साजिश है।
भाजपा विधायक ने जांच में लापरवाही का आरोप लगाया
मुंबई के घाटकोपर पश्चिम से भाजपा विधायक राम कदम ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार पर अभिनेता की मौत की जांच में लापरवाही का आरोप लगाया है। कदम ने एक वीडियो में कहा कि उस समय उद्धव ठाकरे की सरकार ने जानबूझकर लापरवाही दिखाई और बिहार पुलिस को मुंबई में जांच करने से रोका। उन्होंने कहा, जब पूरा देश मांग कर रहा था कि सुशांत सिंह राजपूत का मामला सीबीआई को सौंपा जाए, तब उद्धव ठाकरे सरकार ने जानबूझकर लापरवाही दिखाई। जब बिहार पुलिस जांच के लिए मुंबई आई, तो उन्हें भी रोक दिया गया। कदम ने पूछा कि आखिर रोकने का क्या कारण था। सरकार के लोगों को बचाने के लिए सभी सबूत मिटा दिए गए।
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