खाटू श्याम जा रहे परिवार के पांच लोगों की हादसे में मौत
राजस्थान के दौसा में रविवार सुबह कार और ट्रेलर में हुई भिड़ंत लखनऊ

राजस्थान के दौसा में रविवार सुबह कार और ट्रेलर में हुई भिड़ंत लखनऊ के ठाकुरगंज स्थित मुसाहिबगंज का रहने वाला था परिवार
अभिषेक सिंह एचसीएल नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे
लखनऊ, संवाददाता। ठाकुरगंज के मुसाहिबगंज में रहने वाले एक ही परिवार के पांच सदस्यों की रविवार सुबह राजस्थान के दौसा में हुए हादसे में मौत हो गई। यह सभी लोग खाटू श्याम मंदिर जा रहे थे। दौसा में सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रेलर से उनकी कार टकरा गई। हादसे में माता-पिता, बेटा-बहू और पोती की मौत हो गई।
भांजे का जन्मदिन मनाकर दर्शन करने निकला था परिवार : मुसाहिबगंज निवासी 32 वर्षीय अभिषेक सिंह नोएडा में एचसीएल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। शनिवार को मैनपुरी निवासी बहन सिंपल के बेटे का जन्मदिन था। अभिषेक नोएडा से मैनपुरी पहुंचे और लखनऊ से उनके पिता 62 वर्षीय सत्यप्रकाश, 58 वर्षीय मां रमादेवी, बैंक मैनेजर पत्नी 30 वर्षीय प्रियांशी, छह माह की बेटी श्री भी पहुंची। प्रियांशी गोमतीनगर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में मैनेजर के पद पर कार्यरत थीं।
आगे थी बहनोई की कार :
शनिवार को भांजे की जन्मदिन पार्टी मनाने के बाद रविवार सुबह पांच बजे दो कारों से बहन और अभिषेक का परिवार खाटू श्याम मंदिर के लिए रवाना हुआ। अभिषेक की कार में उनका पूरा परिवार था और बहनोई अपनी कार से परिवार के साथ थे। आगे बहनोई की कार थी।
सुबह आठ बजे हुआ हादसा :
सुबह आठ बजे यह लोग राजस्थान के दौसा को पार कर रहे थे। परिवार के लोगों के मुताबिक सामने से आए ट्रेलर ने अभिषेक की कार में टक्कर मार दी। दुर्घटना इतनी भीषण की थी कि कार के परखचे उड़ गए। कार सवार अभिषेक, उनकी पत्नी प्रियांशी, बेटी श्री, पिता सत्यप्रकाश व मां रमादेवी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, टक्कर से ट्रेलर सड़क पर पलट गया।
फोन आते ही मचा कोहराम :
अभिषेक के चाचा चन्द्रप्रकाश ने बताया कि सुबह करीब 8:30 बजे वह नाश्ता कर रहे थे। तभी दामाद मयंक का फोन आया कि जयपुर में अभिषेक की कार ट्रेलर से टकरा गई है। हादसे में सभी की मौत हो गई है। यह सुन उनके हाथ से नाश्ते की प्लेट छूट गई। चंद्रप्रकाश ने तुरंत परिवार के लोगों को घटना की जानकारी दी। इससे परिवार में कोहराम मच गया। अभिषेक के बड़े भाई हिमांशु अपने अन्य करीबियों के साथ दौसा के लिए रवाना हो गए।
पल भर में बिखर गया परिवार :
चंद्रप्रकाश ने कहा कि एक पल में पूरा परिवार बिखर गया। एक दिन पहले ही सभी घर से निकले थे। रात में मैनपुरी में सभी ठहरे और नातिन के जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल हुए। फोन पर बात हुई थी, सभी बहुत खुश थे। उन्होंने खाटू श्याम मंदिर दर्शन करने जाने की जानकारी दी थी। अब परिवार में सत्यप्रकाश का बड़ा बेटा हिमांशु, उनकी पत्नी ज्योति और बेटा जियांशु ही बचे हैं।
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