सीमा पर पहुंचे जवान की पत्नी की मौत
भुवनेश्वर में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) जवान की पत्नी लिपी गंद ने बच्ची को जन्म देने के बाद जटिलताओं के कारण मृत्यु को प्राप्त किया। 15 दिन की बच्ची अब परिवार के पास है, जबकि उसके पिता को ड्यूटी से...

भुवनेश्वर, एजेंसी। सीमा पर पहुंचे सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) जवान की पत्नी की बच्ची को जन्म देने के बाद प्रसव संबंधी जटिलताओं के कारण उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। अब 15 दिन की बच्ची ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में अपने परिवार के पास है, क्योंकि उसके पिता को अरुणाचल प्रदेश में भारत-भूटान सीमा से वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है। ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि मैं जवान की पत्नी के दुखद निधन पर संवेदना व्यक्त करता हूं। हम जवान को वापस लाने के लिए सभी इंतजाम कर रहे हैं ताकि वह अंतिम संस्कार में शामिल हो सके।
मृतका की पहचान 28 वर्षीय लिपी गंद के रूप में हुई और वह एसएसबी में कार्यरत जवान देबराज गंद की पत्नी थीं। जवान झारसुगुड़ा जिले के लखनपुर ब्लॉक के टेंगनमाल गांव का रहने वाला है। फोन आने के बाद ड्यूटी पर पहुंचा परिवार के सदस्यों ने बताया कि जवान देवराज प्रसव के समय पत्नी के साथ ही था, लेकिन बेटी के जन्म के एक दिन बाद ही एसएसबी से फोन आने के बाद उसे ड्यूटी पर जाना पड़ा। चिकित्सकों ने बताया कि लिपी की बच्ची को जन्म देने के तुरंत बाद हालत गंभीर हो गई और वह पिछले 15 दिनों से बेहोश थी। कई अंगों के फेल हो जाने के कारण उसकी मौत हो गई। मंत्री ने कहा कि लिपि को एयर एम्बुलेंस से भुवनेश्वर ले जाने की व्यवस्था की गई, लेकिन सोमवार रात उनकी मृत्यु हो गई। शहीद अग्निवीर के परिवार से मिले जगन, 25 लाख की मदद दी काली टांडा (आंध्र प्रदेश), एजेंसी। वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शहीद हुए अग्निवीर एम. मुरली नाइक के परिवार से मंगलवार को मुलाकात की। रेड्डी ने श्री सत्य साई जिले में नाइक के परिवार से मुलाकात की और 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी। नाइक काली टांडा गांव के रहने वाले थे। वह ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पार से गोलाबारी के दौरान जम्मू और कश्मीर के पुंछ में शहीद हो गए थे। रेड्डी ने कहा कि हम मुरली को वापस नहीं ला सकते, लेकिन उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनका बलिदान महत्वपूर्ण है। वह असाधारण साहस के साथ लोगों की जान बचा रहे थे। राज्यपाल ने बीएसएफ कॉन्स्टेबल को श्रद्धांजलि दी इंफाल, एजेंसी। मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और कई अधिकारियों ने मंगलवार को इंफाल हवाई अड्डे पर बीएसएफ कॉन्स्टेबल दीपक चिंगाखम के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। दीपक जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से गोलीबारी के दौरान घायल हो गए थे, जिसके बाद उनकी मृत्यु हो गई। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी चिंगाखम के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। राजभवन की ओर से जारी बयान में दीपक चिंगाखम को मणिपुर का बेटा और देश का नायक कहकर संबोधित किया। बीएसएफ की 7वीं बटालियन के कॉन्स्टेबल चिंगाखम ने खारखोला बीओपी पर सीमा पार से ड्रोन हमले में ड्यूटी के दौरान अपनी जान न्योछावर कर दी। बीएसएफ महानिरीक्षक आईडी सिंह ने कहा, दीपक बीएसएफ के बहादुर सिपाही थे।
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