बंद कमरे में दिल्ली के नेताओं को पीएम मोदी ने क्या खास सलाह दी,CM रेखा गुप्ता भी थीं
प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच समन्वित शासन के महत्व पर जोर दिया,जिसमें ट्रिपल-इंजन मॉडल केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों को एक साथ काम करने का आह्वान किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को अपने आवास में सीएम रेखा गुप्ता सहित दिल्ली के विधायकों और सांसदों को एक उच्च स्तरीय बैठक के लिए बुलाया था। बैठक के दौरान पीएम ने सभी को खास सलाह भी दी। बता दें कि लोक कल्याण मार्ग पर हुई यह बैठक 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा की शानदार जीत के बाद पहली ऐसी बैठक बुलाई थी। तीन घंटे से अधिक चली इस बैठक में दिल्ली के निवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
पीएम मोदी की दिल्ली के नेताओं के साथ हुई ये मीटिंग शहरी बुनियादी ढांचे,प्रदूषण नियंत्रण,सार्वजनिक परिवहन,स्वच्छता और 'स्वच्छ दिल्ली, हरित दिल्ली' पहल के कार्यान्वयन के इर्द-गिर्द घूमती रही। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच समन्वित शासन के महत्व पर जोर दिया,जिसमें "ट्रिपल-इंजन" मॉडल केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों को एक साथ काम करने का आह्वान किया गया। यह बैठक ऐसे समय पर भी हुई है जब मोदी सरकार ने अपने 11 साल पूरे कर लिए हैं।
मोदी ने X पर इस मीटिंग की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि दिल्ली भाजपा सांसदों,विधायकों और अन्य नेताओं के साथ बातचीत की। हमने दिल्ली के लोगों के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार के तरीकों पर Extensive चर्चा की।" जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष और दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी शामिल थे।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने विधायकों को जमीनी स्तर पर जुड़ाव बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया कि सरकारी योजनाएं हर घर तक पहुंचें। उन्होंने उनसे सतत विकास,यातायात की भीड़ कम करने और जल प्रबंधन पर भी ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया,जो राजधानी को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दे हैं। दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष,मोहन सिंह बिष्ट ने बैठक को प्रतीकात्मक और रणनीतिक दोनों बताया। भाजपा सांसद योगेन्द्र चंदोलिया ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पार्टी की हालिया चुनावी सफलता में प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है,जिसमें दिल्ली के मतदाताओं ने लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनावों में "मोदी मॉडल" का समर्थन किया है। बैठक का समापन राजधानी में पारदर्शी,कुशल और जन-केंद्रित शासन प्रदान करने के नए संकल्प के साथ हुआ।