24 घंटे खुले रहेंगे कपाट, गुरुग्राम के शीतला माता मंदिर में 12 जून से लगेगा आषाढ़ मेला
गुरुग्राम के ऐतिहासिक और श्रद्धा के केंद्र शीतला माता मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी आषाढ़ मेला का आयोजन किया जाएगा, जो 12 जून से 10 जुलाई तक चलेगा। मेले की तैयारियों और व्यवस्थाओं को लेकर डीसी अजय कुमार की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में बैठक हुई।

गुरुग्राम के ऐतिहासिक और श्रद्धा के केंद्र शीतला माता मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी आषाढ़ मेला का आयोजन किया जाएगा, जो 12 जून से 10 जुलाई तक चलेगा। मेले की तैयारियों और व्यवस्थाओं को लेकर श्री माता शीतला देवी श्राइन बोर्ड के प्रशासक व डीसी अजय कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को लघु सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में बैठक हुई। इसमें पुलिस, स्वास्थ्य, अग्निशमन, नगर निगम, परिवहन, बिजली, जल आपूर्ति तथा मंदिर प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने भाग लिया।
डीसी ने मेले को सुगम, सुरक्षित व व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने के निर्देश दिए। डीसी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र में सुचारू संचालन के लिए समयबद्ध कार्य योजनाएं तैयार कर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
पुलिस विभाग को सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, पार्किंग प्रबंधन और ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग को मंदिर परिसर और पार्किंग क्षेत्र में एंबुलेंस सेवाएं तथा डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके। फायर ब्रिगेड को मेला स्थल पर अग्निशमन वाहनों की तैनाती के साथ आग से सुरक्षा के पर्याप्त उपाय रखने के निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम को स्वच्छता व्यवस्था, सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, पेयजल की उपलब्धता और कचरा निस्तारण को प्राथमिकता देने को कहा गया है।
दर्शन समय और विशेष प्रावधान
बैठक में मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा जानकारी दी गई कि मेले के प्रारंभिक 15 दिनों में श्रद्धालुओं के दर्शन का समय प्रातः 4 बजे से रात्रि 10 बजे तक निर्धारित किया गया है। इस अवधि में रविवार और सोमवार को अत्यधिक भीड़ की संभावना को ध्यान में रखते हुए तथा मेला अवधि के अंतिम 15 दिनों के दौरान मंदिर के कपाट 24 घंटे खुले रहेंगे, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस मौके पर मंदिर प्रबंधन से टेंपल ऑफिसर युगदत्त शर्मा, पंकज सहित पुलिस, स्वास्थ्य तथा मेला आयोजन से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।