दिल्ली एयरपोर्ट पर जल्द मिलने वाली है नई सुविधा, अब नहीं लगेगा घंटों का समय
डिजीयात्रा 1 दिसंबर, 2022 को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा शुरू की गई थी। ऐसे में कंपनी दावा है कि इसे शुरू होने के बाद प्रयोग में तेजी आ रही है।

दिल्ली एयरपोर्ट की गतिविधियों को चलाने वाली संस्था जीएमआर एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने कहा कि दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर सभी एंट्री और बोर्डिंग गेट्स पर टर्मिनल 2 और टर्मिनल 3 पर मार्च 2023 के अंत तक डिजीयात्रा को शुरू किया जा रहा है। इतना ही नहीं, कंपनी ने दावा किया है कि इस सुविधा के आरंभ होने के साथ ही हवाई यात्रियों को बिका किसी रुकावट या असुविधा का अनुभव होगा।
अधिकारियों ने कहा कि स्थापना के बाद सभी दैनिक घरेलू यात्रियों में से लगभग 40% हवाई अड्डे के टर्मिनलों तक और बाद में बोर्डिंग तक आसानी से पहुंच सकेंगे। डिजीयात्रा भारत में हवाई यात्रियों के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो चेहरे की पहचान तकनीक का उपयोग करके यात्रियों के लिए हवाई यात्रा की प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक और कुशल बनाता है। यह पहल एक समर्पित चैनल के माध्यम से बोर्डिंग गेट्स पर यात्रियों की तेजी से गतिशीलता सुनिश्चित करती है जो संपर्क रहित है।
डिजीयात्रा 1 दिसंबर, 2022 को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा शुरू की गई थी। ऐसे में कंपनी दावा है कि इसे शुरू होने के बाद प्रयोग में तेजी आ रही है। आज की तारीख में टर्मिनल 3 पर प्रतिदिन 2500 यात्री इस सुविधा का आनंद ले रहे हैं। इस नई तकनीक के लगाए जाने के बाद से टर्मिनल 3 और टर्मिनल 2 पर करीब 40 फीसदी यात्री इसका प्रयोग करेंगे। कंपनी बता रही है कि इससे सभी लोगों का करीब 15-25 मिनट का समय बचेगा।
सुविधा का उपयोग करने के लिए यात्रियों को पहले डिजीयात्रा ऐप पर अपना चेहरा पंजीकृत करना होगा और आधार का उपयोग करके इसे सत्यापित करना होगा। यात्रियों को बोर्डिंग पास बारकोड भी साझा करना होगा, जिससे वे अंदर आसानी से पहुंच सकेंगे।
अधिकारीयों का कहना है कि डिजियात्रा ऐप पर यात्रियों द्वारा साझा किए गए क्रेडेंशियल्स उनके मोबाइल फोन पर बने रहते हैं। यह कहीं भी सहेजा नहीं गया है, क्योंकि डिजीयात्रा को डिजाइन द्वारा गोपनीयता की अवधारणा पर तैयार किया गया है। इसके अलावा हवाईअड्डे के साथ अपनी यात्रा के लिए यात्रियों द्वारा साझा किए गए सभी विवरण उड़ान भरने के तुरंत बाद स्वचालित रूप से साफ हो जाते हैं।
डीआईएएल के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा, 'डिजियात्रा के लॉन्च के बाद से यात्रियों द्वारा टर्मिनलों, सुरक्षा जांच क्षेत्रों और बोर्डिंग गेट्स में प्रवेश के लिए खर्च किए जाने वाले समय में काफी कमी आई है। हम डिजीयात्रा का उपयोग कर यात्रियों की संख्या में क्रमिक वृद्धि को देखने के लिए भी प्रोत्साहित हैं। वर्तमान में, लगभग 2,500 यात्री प्रतिदिन डिजीयात्रा का उपयोग कर रहे हैं और हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि अधिक से अधिक यात्री इसका उपयोग कर रहे हैं।