वक्फ बिल धार्मिक संपत्तियों पर कब्जे की शुरुआत; फिर गुरुद्वारा, चर्च और मंदिरों का नंबर- संजय सिंह
- राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बाबा साहब के संविधान की हत्या का दिन बताया। संजय सिंह ने इस पर अपना बयान देते हुए कहा कि यह बिल धार्मिक संपत्तियों पर कब्जे की शुरूआत है।

वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 बुधवार देर रात लोकसभा से पारित हो गया है। विधेयक के पक्ष में 288 और विपक्ष में 232 वोट पड़े। इस दिन को आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बाबा साहब के संविधान की हत्या का दिन बताया है। संजय सिंह ने इस पर अपना बयान देते हुए कहा कि यह बिल धार्मिक संपत्तियों पर कब्जे की शुरूआत है।
वक्फ बिल को बताया संविधान के खिलाफ
संजय सिंह ने इस बिल को भारत के संविधान के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा- भारत की संविधान की धारा 25 और 26 हर व्यक्ति को पूजा अर्चना, इबादत और प्रेयर करने की इजाजत देती है। अपनी-अपनी मान्यताओं के हिसाब से और अपनी धार्मिक संपत्तियों का प्रबंधन करने की आजादी देता है। जब आप देश के संविधान को नहीं मान रहे हैं। बाबा साहब के संविधान को नहीं मान रहे हैं। तो निश्चित रूप से आप वास्तव में इस देश में झगड़े फसाद और लड़ाई खड़ा करना चाहते हैं। इसी कारण ये बिल लेकर आया गया है।
दोस्तों को संपत्ति देने के लिए लाया गया बिल
जो लोग आज खुश हो रहे हैं। मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि आज ये बिल वक्फ की संपत्तियां कब्जा करके अपने दोस्तों को देने के लिए लाया गया है। कल गुरुद्वारा की जमीन कब्जा होंगी और अपने दोस्तों को मोदी जी देंगे। फिर मंदिरों की होंगी। फिर चर्चों की होंगी। फिर जैन धर्म के मंदिरों की होंगी। बौद्ध धर्म की। जहां-जहां इनको देशभर में अच्छी जमीनें दिखेंगी, उसे कब्जा करेंगे। संजय सिंह ने इसे धर्म के नाम पर धंधा करने वाला बताया है। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने प्रभु श्री राम के मंदिर को नहीं छोड़ा। मंदिर की जमीन में भी घोटाला किया है।
राज्यसभा में भी करेंगे इस बिल का विरोध
संजय सिंह ने कहा कि हम लोग इस बिल का जेपीसी में भी विरोध कर रहे थे। हमने वहां भी इसका विरोध दर्ज कराया है। यहां राज्यसभा में आएगा तो यहां भी इसका विरोध दर्ज कराएंगे। इसी तरह लोकसभा में भी अपना विरोध दर्ज कराया है।