कोई भी बिल्डिंग कभी भी गिर सकती है; मुस्तफाबाद हादसे के बाद दिल्ली के मंत्री ने जताई बड़े खतरे की आशंका
- मुस्तफाबाद हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से जारी है। अब तक 4 लोगों की मौत हो गई है जबकि करीब 10 लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। वहीं 8 महीने के बच्चे समेत कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है जब

दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में 4 मंजिला इमारत ढहने के बाद हड़कंप मच गया है। इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो गई है जबकि 10 लोग अब भी मलबे में फंसे हुए हैं। इनमें बच्चों समेत कई लोग शामिल है। हादसा शनिवार सुबह करीब 3 बजे का बताया जा रहा है। घटना की सूचमा मिलते ही एनडीआरएफ समेत अन्य एजेंसियां भी तुरंत मौके पर पहुंच गई और लोगों को मलबे से निकालने की कोशिशों में जुट गई।
इस बीच दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा भी हालातों का जायजा लेने मुस्तफाबाद पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि मुख्यमंत्री खुद इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने ही मुझे यहां भेजा है। उन्होंने ये भी बताया कि मुस्तफाबाद हादसे का जिम्मेदार कौन है।
उन्होंने कहा, यहां सबसे बड़ा मामला अवैध निर्माण का है। इस तरह के अवैध निर्माण हर जगह हो रखे हैं। जहां तक आप कैमरे घुमाएंगे, इस तरह के अवैध निर्माण 6-7 मंजिल तक हुए पड़े हैं। इनमें से कोई भी बिल्डिंग कभी भी गिर सकती है। सुरक्षा का कोई मानक नहीं है। सब अवैध है। ऐसे में जिन अधिकारियों की नाक के नीचे ये अवैध निर्माण हुए हैं, उनमें से किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। सबकी नौकरी जाएगी।
उन्होंने आगे कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण और दिल दहला देने वाली घटना है। एनडीआरएफ, दिल्ली पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें बचाव अभियान में लगी हुई हैं। चार शव बरामद किए गए हैं, जबकि 15 लोगों को बचा लिया गया है और 10 लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, इस घटना के लिए कुछ अधिकारी और बिल्डर माफिया जिम्मेदार हैं। मैंने कमिश्नर से यहां सभी अवैध इमारतों का ऑडिट करने को कहा है। मुख्यमंत्री की ओर से मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।