आधार कार्ड आज के समय में सबसे जरूरी सरकारी दस्तावेजों में से एक बन गया है। पहचान और पते का प्रमाण होने के साथ-साथ यह दस्तावेज देश की ज्यादातर सरकारी और गैर-सरकारी सेवाओं में अनिवार्य हो चुका है। चाहे सरकारी सब्सिडी लेनी हो, बैंक खाता खोलना हो, PAN कार्ड से लिंक करना हो या फिर राशन कार्ड से जुड़ना हर जगह आधार जरूरी है। लेकिन अगर आपके आधार कार्ड में नाम, जन्मतिथि, फोटो या पता में जरा सी भी गलती है, तो आपको इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं।
पहली गलती: अगर आधार कार्ड में नाम की स्पेलिंग गलत है और यह आपके बैंक खाते या राशन कार्ड से मेल नहीं खाती, तो सिस्टम आपकी पहचान सत्यापित नहीं कर पाएगा। इससे DBT (Direct Benefit Transfer) जैसे लाभ रुक सकते हैं।
कई स्कीम्स उम्र के आधार पर तय होती हैं, जैसे वरिष्ठ नागरिक पेंशन योजना, छात्रवृत्ति, आदि। ऐसे में अगर आपके आधार पर दर्ज उम्र असल उम्र से मेल नहीं खाती, तो आप इन योजनाओं से बाहर हो सकते हैं।
पीएम आवास योजना, उज्ज्वला योजना जैसी योजनाएं पता आधारित हैं। ऐसे में अगर आपके पते में पिनकोड, जिला या राज्य गलत है तो आपका आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।
कई बार बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के दौरान अगर फोटो सही नहीं है तो आपको पहचानने में दिक्कत हो सकती है, जिससे बैंकिंग सेवाएं या राशन वितरण में रुकावट आ सकती है।
यदि आधार पर जेंडर गलत दर्ज है, तो यह स्कूल/कॉलेज एडमिशन, स्कॉलरशिप और अन्य पहचान प्रमाण से मिसमैच कर सकता है।
आधार से राशन कार्ड लिंक न होने या उसमें गलत जानकारी होने से राशन वितरण नहीं हो सकता। जन धन योजना के लाभ नहीं मिलेंगे बैंक खाते में आधार लिंक न होने या नाम में अंतर होने पर DBT नहीं हो पाता। जन्मतिथि में गड़बड़ी की वजह से बुजुर्ग पेंशन योजनाएं पेंशन से वंचित रह जाते हैं।
PM किसान सम्मान निधि का फायदा उठाने के लिए किसान का नाम और आधार में दर्ज नाम सेम होना चाहिए। वहीं गैस कनेक्शन आधार से लिंक न होने पर सब्सिडी रुक जाती है। आधार की उम्र या नाम गलत होने से स्कॉलरशिप ट्रांसफर नहीं हो पाती। पहचान गलत होने से स्वास्थ्य बीमा अस्पतालों में योजना का लाभ नहीं मिल पाता।
UIDAI की वेबसाइट पर जाकर या आधार सेवा केंद्र में जाकर आप: नाम, पता, जन्मतिथि, फोटो, मोबाइल नंबर आदि अपडेट कर सकते हैं। आपको वैध दस्तावेज़ (जैसे पासबुक, वोटर ID, बिजली बिल आदि) दिखाने होंगे।