सेक्स के दौरान दर्द कुछ महिलाओं की समस्या है। जिसका समाधान आमतौर पर पार्टनर के साथ बातचीत और सहयोग पर टिका होता है। लेकिन आज के जमाने में भी काफी सारी महिलाएं सेक्स को टैबू की तरह देखती हैं और अपनी तकलीफ या फीलिंग्स को पार्टनर के साथ शेयर नहीं करती हैं। इंटरकोर्स के दौरान होने वाले दर्द के लिए कई कारण जिम्मेदार होते है। जिनसे राहत पाने के लिए इन उपायों को अपनाया जा सकता है।
कई बार इंटरकोर्स के दौरान होने वाला दर्द सही पोजीशन ना होने की वजह से होता है। ऐसे में पार्टनर से बात कर या इशारों में अपनी परेशानी को शेयर कर पोजीशन बदलने के लिए बोलें। जिससे दर्द से राहत मिल सके।
वजाइना में पर्याप्त चिकनापन ना होने की वजह से भी इंटरकोर्स के दौरान दर्द होता है। ऐसे में वजाइना में लुब्रिकेंट जरूरी है।
नेचुरल लुब्रिकेंट वजाइना में नही है तो नारियल का तेल सेफ लुब्रिकेंट है। जिसके इस्तेमाल से किसी भी तरह के इंफेक्शन के चांस नहीं होते हैं।
वजाइना को केवल पानी या हल्के साबुन से धोकर साफ कर लें और सुखा लें। जिससे पीएच लेवल बैलेंस रहे और चिकनापन बना रहे। महक वाले या केमिकल वाले प्रोडक्ट के इस्तेमाल से नेचुरल लुब्रिकेंट खत्म हो जाता है। जिससे सेक्स के दौरान दर्द की फीलिंग हो सकती है।
सफाई के चक्कर में वजाइना के अंदरूनी हिस्से की सफाई पानी या साबुन से करने की गलती ना करें। इससे इंफेक्शन या चोट लगने का डर होता है। जिससे सूजन और दर्द होता है और सेक्स के दौरान ये दर्द तेज महसूस हो सकता है।
पीरियड्स के बाद हमेशा पैंटी लाइनर्स पहनने की गलती ना करें। इससे भी प्राइवेट पार्ट्स में इंफेक्शन का खतरा रहता है। हमेशा साफ-सूती अंडरवियर पहनें। जिससे पसीना और गीलेपन से छुटकारा रहे।
सेक्स के दौरान दर्द होने के कुछ मेडिकल कंडीशन भी जिम्मेदार होते हैं। जिनसे बचने के लिए मेडिकल सलाह की जरूरत होती है। लेकिन किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचना दर्द को कम करने का आसान तरीका है